Wednesday, 8 February 2023

ठण्डी बाल*

 *ठण्डी बाल*

*तन ढक्कन नै चादर ना घणी ठण्डी बाल चलै।।*

*एक कून मैं पड़ रहना धरां सिर कै हाथ तलै।।*

1. फुटपाथ सै रैन बसेरा घणे सुन्दर मकान थारे

दो बख्त की रोटी मुश्किल रोज बनैं पकवान थारे

*दीखे इरादे बेइमान थारे सत्ते का जी बहोत जलै।।*

2. होटल मैं बरतन मांजैं करैं छोटी मोटी मजूरी

थारे घरां की करैं सफाई घर अपने मैं गन्द पूरी

*कद समझी या मजबूरी जाड़ी बाजैं ज्यों शाम ढलै।।*

3. थारे ठाठ-बाट देख निराले हूक उठे दिल म्हारे मैं

पुल कै नीचै लेटे देखां लैट चसै उड़ै चौबारे मैं

*गरम कमरे थारे मैं यो साहब मेम का प्यार पलै।।*

4. म्हारी एक नहीं सुनै राम थारे महलां बास करै

इसे राम नै के हम चाटां पूरी ना कोए आस करै

*रणबीर सब अहसास करै दिल मैं आग बलै।।*

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