Friday, 21 October 2016

खाई


हरियाणा में भी सामाजिक स्तर पर खाई बढ़ती 
जा रही है ।  कैसे पाटा जाये यह हम सब के लिए
बड़ी चुनौती है ।  क्या बताया भला ---
खाई चौड़ी होंती आवै सै इसनै आज कौण पाटैगा।
गरीब जनता का हाथ सही मैं आज कौण डाटैगा।
बधगी घर घर मैं खाई या बधगी पूरे समाज मैं 
देशां के बीच की खाई ना बताते पूरे अंदाज मैं 
अमरीका टोप पै रहवण नै आतंकवाद पै काटैगा।
एक देश के भित्तर भी कई ढाल की खाई दीखैं
एक अरबपति बनरया दूजे ये भूखे पेट नै भींचें 
शांति कड़े तैं आवैगी जब कारपोरेट इसतै नाटैगा।
लड़ाई बढ़ेगी इस तरियां विनास की राही करकै 
पिचानवै हों कठे होंवैंगे चौड़ी होंती खाई करकै
नहीं तो पर्यावरण प्रदूषण सबका कालजा चाटैगा।
लोभ लालच और मुनाफ़ा और बधारे इस खाई नै
समाज गया रसातल मैं चौड़ै भाई  मारै सै भाई नै
रणबीर सिंह समझावै देखो छंद यो न्यारा छांटैगा।

सबका हरियाणा -हमारा हरियाणा

सबका हरियाणा -हमारा हरियाणा 

बड़ा गुणगान होगा शाइनिंग 15 प्रतिशत  हरियाणा का 
मगर 85 प्रतिशत सफरिंग हरियाणा का जिक्र नहीं होगा 
एक नवम्बर के हरयाणा दिवस के मौके पर एक सपना 
 मेरा  भी ~~~~~
मिलजुल कै नया हरयाणा हम घणा आलीसान बनावांगे
नाबराबरी खत्म करकै नै हरयाणा आसमान पहोंचावांगे
बासमती चावल हरयाणे का दुनिया के देशां मैं जावै आज
चार पहिये की मोटर गाड़ी  यो सबतैं फालतू बणावै आज
खेल कूद मैं हम आगै बढ़गे एशिया मैं सम्मान बढ़ावांगे
चोरी जारी ठग्गी नहीं रहवैंगी भ्रष्टाचार नहीं टोहया पावै
मैरिट तैं मिलैं दाखिले सबनै शिक्षा माफिया खड़या लखावै
मिलकै सारे हरयाणा वासी इन बातों नै परवान चढ़ावांगे
ठेकेदारां की ठेकेदारी खत्म होज्या खत्म थानेदारी होवै
बदमाशों की बदमाशी खत्म हो फेर खत्म ताबेदारी होवै
निर्माण और संघर्ष का नारा यो पूरे हरयाणा मैं गूंजावांगे
दहेज़ खातिर दुखी होकै नहीं औरत फांसी खा हरयाणा मैं 
कदम बढ़ाये एकबै जो आगै फेर ना पाछै जाँ हरयाणा मैं 
बराबर के माहौल मैं महिलाओं के अरमान खिलावांगे 
छुआ छूत का नहीं नाम रहै सब रल मिल रहैं गामां मैं 
त्याग तपस्या और मोहबत की ये फुहार बहैं गामां मैं
दिखा मानवता का रास्ता जातधर्म का घमासान मिटावांगे 
हरयाणा के लड़के और लड़की कन्धे तैं कन्धा मिला चालैंगे
देकै कुर्बानी ये छोरी छोरे नए हरयाणा की नींव डालैंगे
गीत रणबीर सिंह नै बनाया मिलकै हम सारे ही गावांगे