Friday, 8 March 2019

आज का माणस


आज का माणस किसा होग्या सारे सुणियो ध्यान लगाकै 
स्वार्थ का कोए उनमान नहीं देख्या ज़िब नजर घुमाकै
चाट बिना भैंस हरियाणे की दूध जमा ना देवै देखो
इसका दूध पी हरियाणवी खुबै ए रिश्वत लेवै देखो
भगवान इणनै सेहवै देखो यो बैठया घर मैं आकै।
और किसे की परवाह कोण्या अपने आप्पे मैं खोया
दूज्यां की खोज खबर ना हमेशा अपना रोना रोया
कमजोर कै ताकू चभोया बैठै ठाड्डे की गोदी जाकै।
दूसरयाँ नै ख़त्म करकै अपना व्यापर बढ़ावै देखो
चुगली चाटी डांडी मारै सारे हथकण्डे अपनावै देखो
दगाबाज मौज उड़ावै देखो चौड़ै सट्टे की बाजी लाकै।
मारो खाओ मौज उड़ाओ इस लाइन पै चाल पड़या
हाथ ना आवै जै आवै तो होवै रिश्वत कै तान खड़या
रणबीर सिंह नै छंद घड़या सच्चाई का पाळा पाकै।

खाई

खाई चौड़ी होंती आवै सै इसनै आज कौण पाटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
1
घर घर मैं खाई बधगी बधगी पूरे समाज मैं
देशां के बीच की खाई ना बताते पूरे अंदाज मैं
अमरीका टॉप पै रहवन नै यो रंग न्यारे छांटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
2
एक देश के भीतर भी कई ढाल की खाई दीखैं सैं
एक खरब पति बनरया दूजे भूखे पेट नै भींचैं सैं
शांति कड़े तैं आवैगी जब अमीर गरीब नै काटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
3
लड़ाई बढ़ैगी इस तरियां इस विनास की राही पै
खाई पटज्या हो चलना इसे विकास की राही पै
ना तो पर्यावरण प्रदूषण म्हारा कालजा चाटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
4
लोभ लालच और स्वार्थ घणी बधारे इस खाई नै
समाज गया रसातल मैं चौडै भाई मारै भाई नै
भाईचारा नहीं बच्या तो रणबीर धन नै के चाटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।