Tuesday, 23 February 2021

आर्थिक मंदी

 अर्थव्यवस्था म्हारे देश की ढांचागत संकट बीच आगी।।

संकट के हाल बतावण आली सारी बात देश मैं छागी।।
1
विकास दर बेरोजगारी के बहोत दिन आंकड़े छिपाए
इनमें फेरबदल करकै ना बढ़ता संकट ल्हको पाये
सेहत अर्थव्यवस्था की गिरी मामले सबकै साहमी आये
सरकारी अर्थशास्त्री भी आज बहोत घणे सैं घबराए
कबूल करने को मजबूर या कड़वी सच्चाई हिलागी।।
संकट के हाल बतावण आली सारी बात देश मैं छागी।।
2
इस आर्थिक मंदी का आज मजदूर वर्ग शिकार होग्या रै
इनके हकां पै देखो चौड़े यो घणा कसूता प्रहार होग्या रै
जो थोड़ा घणा बचरया था तबाह पूरा परिवार होग्या रै
संकट बढ़ता जावै देश मैं मजदूर घणा लाचार होग्या रै
मजदूर वर्ग नै आर्थिक मंदी आज कसूती ढ़ालां खागी।।
संकट के हाल बतावण आली सारी बात देश मैं छागी।।
3
आर्थिक मंदी खत्म करण नै या सरकार कानून बणावै
देशी बदेशी पूंजीपति के या सरकार तलवे चाटती पावै
लाखों करोड़ की करों मैं छूट कति देवंती नहीं शरमावै
तोहफे दे पूँजीपतियाँ नै हमनै देशभक्ति के पाठ पढ़ावै
बात पक्की इस मॉडल तैं या आर्थिक मंदी बढ़ती जागी।।
संकट के हाल बतावण आली सारी बात देश मैं छागी।।
4
यूनियन बनाने के अधिकार पूंजीपति नै ढीले करवाये
वेतन भत्ते कम करकै नै इसनै हथियार कसूत चलवाये
फिक्की के इशारयां उप्पर पूरे अमल करकै दिखलाये
सौ कानून थे मजदूरों के चार संहिताओं मैं सिमटवाये
दीन हालात या मजदूरों की रणबीर की कलम बतागी।।
संकट के हाल बतावण आली सारी बात देश मैं छागी।।

24 फरवरी जनतन्त्र बचाओ दिवस

24 फरवरी गणतंत्र बचाओ दिवस
*देश के जनतंत्र पै खतरा देखो घणा कसूता आया।।*
*घणे हुये कुर्बान देस पै जिब आजादी का राह पाया।।*
1
आबादी बधी दोगणी पर नाज चौगुणा पैदा करया
पचास मैं थी जो हालत उसमैं बताओ के जोड़ धरया
बिना पढ़ाई दवाई खजाना सरकारी हमनै रोज भरया
ईमानदारी की करी कमाई फेर किसान नै कड़े सरया
*भ्रष्टाचार बेइमानी नै क्यों सतरंगा जाल बिछाया।।*
घणे हुये कुर्बान देस पै जिब आजादी का राह पाया।।
2
फासीवादी तौर तरीके राज के आज देखण मैं आये
विरोध करैं उनपै देशद्रोह के मुकद्दमे जाते रोज बनवाये
जात पात पै बांटण के इणनैं तीर तुक्के खूब चलाये
तीन मिहने होगे किसानों नै राज कै रोज सांस चढ़ाये
*डटे हुए सैं बोर्डरां ऊपर कोण्या पाछे नै कदम हटाया।।*
घणे हुये कुर्बान देस पै जिब आजादी का राह पाया।।
3
यो दिन देखण नै के भगत सिंह नै फांसी पाई थी
यो दिन देखण नै के सुभाष बोस नै फौज बनाई थी
यो दिन देखण नै के गांधी बापू नै गोली खाई थी
यो दिन देखण नै के अम्बेडकर ने संविधान बनाई थी
*नये-नये जुमले सुणकै यो सबका सिर चकराया।।*
घणे हुये कुर्बान देस पै जिब आजादी का राह पाया।।
4
जनतंत्र बचाओ दिवस पै कसम लेवां इसनै बचावैंगे
भगत सिंह हर के राह पै जोर लाकै हम कदम बढ़ावैंगे
किसान आंदोलन के बारे मैं घर-घर अलख जगावैंगे
काले कानून वापिस होज्यां मिलकै नै हांगा लावैंगे
*रणबीर सिंह मिलकै सोचां गया बख्त किसकै थ्याया।।*
घणे हुये कुर्बान देस पै जिब आजादी का राह पाया।।