Saturday, 7 October 2017

धरत्ती पुत्र ना बेरा होतै मैं भेद बतादयूं सारा।।
भूमि अधिग्रण कानून ल्याकै ,तूँ धरती कै दे मारया।।
1
धरत्ती खोसन खात्तर लोगो हुक्म हुया सरकारी 
धरती देनी पड़ै जरूरी यो फतवा होग्या जारी
कानून बनाकै हाथ काट लिए , ना मर्जी चालै थारी
जब तक आवै तेरै समझ मैं होज्यागी लाचारी
गाम के गाम आड़े उजड़गे , कुछ ना चालै चारा।।
धरत्ती पुत्र ना बेरा होतै मैं भेद बतादयूं सारा।।
2
किसान हित की बात करैं और अम्बानी तैं बतलारे
सबका करैं विकास नयूं कहकै झूठा ढोंग रचारे
कड़े फैंसले लेने होंगे नयूं ज़िक्र रोज चलारे
राम राम मूंह तैं कैहरे और छुरी बगल मैं ठारे 
आच्छे दिन ईब  आज्याँगे यो बिल्कुल झूठा नारा।।
3
तेरी सहमति की नहीं जरूरत बस आकै हुक्म सुनावैंगे
प्लॉट काटैं कितै फ्लैट बनाकै पूँजी खूब बढ़ावैंगे
मुआवजा कर दिया कति घाट, ये नई नई चाल चलावैंगे
जो मिलज्या लें घाल गौज मैं नयूं कैहकै धमकावैंगे
छल कै लेगे वोट थारी यो जरा जाण सै थारा।।
धरत्ती पुत्र ना बेरा होतै मैं भेद बतादयूं सारा।।
4
तेरे दो पाहयाँ नै नहीं ठिकाणा , बढ़ ज्यागी बीमारी 
नशे पते मैं पड़कै या औलाद बिगड़ज्या थारी
बालक बच्चे बिलखैंगे तेरी रोवैगी महतारी 
टोटे कै मैं फांसी खाज्या जब कर्जा चढज्या भारी
मुकेश कहै तूँ चेत बावले यो तै नाश हो लिया भारया ।।
धरती पुत्र ना बेरा हो तै मैं भेद बतदयूं सारा ।।