Friday, 26 August 2016

रोडवेज़ यूनियन


रोडवेज़ कर्मचारियों की छिड़ी जीने मरने की लड़ाई ।
प्राइवेट लाइसेंस बाँटै या सरकार नहीं शरमाई ।
लैक्शन तैं पहले कर्मचारी भाजपा की बहका मैं आगे 
झूठ साच लागी भाजपा की हम घणा कसूता गच्चा खागे
छह मिहने भित्तर डीढ़ ल्यादी प्राइवेट तैँ हाथ मिलागे 
यूनियन के कुछ नेता दीखै लड़ाई की राह मुड़वागे
एक औड़ नै कुआं दीखै दूजे औड़ नै दीखै सै खाई ।
ठेके उप्पर पूरा हरयाणा आज भाजपा देवैगी रै
लड़ा हमनै जात धर्म पै मजे दूर बैठ कै लेवैगी रै
भूलज्यां असली मामले ज्यां खापां नै या सेहवैगी रै
किसान की करकै बर्बादी दिखावे मैं आँख भेवैगी रै
या जात धर्म पै कटवावैगी जै सांझी मंच नहीं बनाई।
रोडवेज मैं भ्रीष्टाचार बढ़वा टोटे का बहाना बनाया
अपने पीठू भर्ती करकै नै ईमानदार गया भगाया
टेम पर बस नहीं खरीदी सवारी का मजाक उड़ाया
चंदे लिए जिनपै उनतैं बसां का लाइसेंस थमाया
कारपोरेट कै बिकगी सरकार वारी समझ मैं आई।
जनता की गेल्याँ मिलकै सांझी लड़ाई लड़नी होगी
सबका साझा बाजा बाजै धुन इसी पकड़नी होगी
कारपोरेट देसी बदेशी बैरी मूँड तो रगड़नी होगी
सरकार कारपोरेट की गौज मैं हथकड़ी जकड़नी होगी
सुनियो लोगो दिल तैं करी सै आज मनै या कविताई ।