देखो नव उदारीकरण नै यो किसा ऊधम मचाया
शिक्षा का ढांचा सरकारी प्राइवेट की भेंट चढ़ाया
1
शिक्षा के सरकारी ढांचे नै शासन तंत्र खराब करै
इसका दोष जान बूझ कै टीचरां उप्पर ताण धरै
कितै स्कूलों का टोटा कितै यो टीचर बिराण फिरै
सही ढाल का टीचर यो नौकर शाही कै पाणी भरै
दोष टीचरां कै लादया प्राइवेट का धर्राटा ठाया ||
2
या एक बात समझल्यां जनता की मदद चाहवैगी
सरकारी ढांचा बचैगा तो गरीब की पार जावैगी
ना तो देख लियो जनता धक्के पै धक्के खावैगी
महंगी शिक्षा के बोझ नै या किस तरियां ठावैगी
भक्षक बणकै रक्षक आगे कसूता माहौल बनाया||
3
यूनिवर्सिटी स्कूल कालेज सबपै हमला बोल दिया
गंगा जमुनी संस्कृति का उड़ा आज मखौल दिया
हिंदुत्व की तकड़ी मैं बहु धर्मा भारत तोल दिया
जातधर्म पै करा झगड़े भाईचारे मैं जहर घोल दिया
आम जन की शिक्षा का जान बूझ कै भट्ठा बिठाया ||
4
पढ़े लिखे बालक म्हारे कदे बेरा पाड़ लें लूटेरे का
उलझाओ जात धर्म पै जितना बालक कमरे का
कमेंरे समझे कोन्या खेल यो गाय और बछेरे का
जय भीम इंकलाब जिंदाबाद यो नारा चितेरे का
रणबीर नै जोर लगा कै यो अपना कलम घिसाया ||