Monday, 1 October 2018

शिक्षा

देखो नव उदारीकरण नै यो किसा ऊधम मचाया 
शिक्षा का ढांचा सरकारी प्राइवेट की भेंट चढ़ाया 
शिक्षा के सरकारी ढांचे नै शासन तंत्र खराब करै 
इसका दोष जान बूझ कै टीचरां उप्पर ताण धरै
कितै स्कूलों का टोटा कितै यो टीचर बिराण फिरै 
सही ढाल का टीचर यो नौकर शाही कै पाणी भरै 
दोष टीचरां कै लादया प्राइवेट का धर्राटा ठाया || 
या एक बात समझल्यां जनता की मदद चाहवैगी 
सरकारी ढांचा बचैगा तो गरीब की पार जावैगी 
ना तो देख लियो जनता धक्के पै धक्के खावैगी 
महंगी शिक्षा के बोझ नै या किस तरियां ठावैगी   
भक्षक बणकै रक्षक आगे कसूता माहौल बनाया|| 
यूनिवर्सिटी स्कूल कालेज सबपै हमला बोल दिया 
गंगा जमुनी संस्कृति का उड़ा आज मखौल दिया 
 हिंदुत्व की तकड़ी मैं बहु धर्मा भारत तोल दिया 
जातधर्म पै करा झगड़े भाईचारे मैं जहर घोल दिया 
आम जन की शिक्षा का जान बूझ कै भट्ठा बिठाया ||
पढ़े लिखे बालक म्हारे कदे बेरा पाड़ लें लूटेरे का 
उलझाओ जात धर्म पै जितना बालक कमरे का 
कमेंरे समझे कोन्या खेल यो गाय और बछेरे का 
जय भीम इंकलाब जिंदाबाद यो नारा चितेरे का 
रणबीर नै जोर लगा कै यो अपना कलम घिसाया ||