Saturday, 17 September 2016

अंध विश्वास

भक्षक बणकै रक्षक आगे देश का सत्यानाश होवैगा ||
आस्था के नाम के उप्पर अंध विश्वास इतिहास होवैगा ||
डैमोक्रेसी म्हारी पै कसूता हमला बोल दिया भारत मैं 
बिदेशी पूँजी ताहिं दरवाजा पूरा खोल दिया भारत मैं 
मिलिटरी अड्डा बण्या भारत मुश्किल अहसास होवैगा ॥ 
आस्था के नाम के उप्पर अंध विश्वास इतिहास होवैगा ॥  
विकास का नारा लाया मीडिया खरीद लिया पूरा देखो 
अमीरां आगे टेक दिए गोड्डे किसान बनाया जमूरा देखो 
मारा मारी और महंगाई बढी यो मुश्किल विस्वास होवैगा ॥ 
आस्था के नाम के उप्पर अंध विश्वास इतिहास होवैगा ॥  
बहुविविधता हिंदुस्तान की पै या तलवार  लटका दई 
बीफ गऊ और गीता ऊपर देश की जनता भटका दई
कश्मीर भी  पढण बिठा दिया यो और बदहवास होवैगा ॥ 
आस्था के नाम के उप्पर अंध विश्वास इतिहास होवैगा ॥  
सामाजिक सुरक्षा की धज्जियाँ हर रोज उडन लाग रही 
महिला अत्याचार बढे देखो दलित कै आ रोज झाग रही 
रणबीर बरौने आला कहै हावी समाज पै बदमाश होवैगा ॥ 
आस्था के नाम के उप्पर अंध विश्वास इतिहास होवैगा ॥