Thursday, 25 October 2018

Khayee

खाई चौड़ी होंती आवै सै इसनै आज कौण पाटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
1
घर घर मैं खाई बधगी बधगी पूरे समाज मैं
देशां के बीच की खाई ना बताते पूरे अंदाज मैं
अमरीका टॉप पै रहवन नै यो रंग न्यारे छांटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
2
एक देश के भीतर भी कई ढाल की खाई दीखैं सैं
एक खरब पति बनरया दूजे भूखे पेट नै भींचैं सैं
शांति कड़े तैं आवैगी जब अमीर गरीब नै काटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
3
लड़ाई बढ़ैगी इस तरियां इस विनास की राही पै
खाई पटज्या हो चलना इसे विकास की राही पै
ना तो पर्यावरण प्रदूषण म्हारा कालजा चाटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
4
लोभ लालच और स्वार्थ घणी बधारे इस खाई नै
समाज गया रसातल मैं चौडै भाई मारै भाई नै
भाईचारा नहीं बच्या तो रणबीर धन नै के चाटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।

प्रजातंत्र

प्रजातंत्र
लागी दिल पै चोट, लेगे जात पै वोट
बंटे साथ मैं नोट, यो प्रजातंत्र का खोट
ले गरीबी की ओट, अमीर खेले धन मैं।।
1
नाम जनता का लेवैं सैं,अमीरां के अंडे सेहवैं सैं,
बतावैं माणस का दोष, कहैं व्यवस्था निर्दोष, ये लेगे बुद्धि खोस, धर्म तैं करे मदहोश, ना हमनै कोये रोष, सोचूं अपने मन मैं।।
2
ये साधते हित अपना, ना ये करैं पूरा सपना,
जितने बैठे मुनाफाखोर, सबसे बड्डे डाकू चोर, सदा सुहानी इनकी भोर, ना पावै इनका छोर, थमा जात धर्म की डोर, फूट गेरदी जन मैं।।
3
कुर्सी खातर रचते बदमाशी, ना शरम लिहाज जरा सी,
पालतू अम्बानी की सरकार, ना जावै कहे तैं बाहर, गरीबां की कह मददगार,
या जुमले देवै बारंबार, ईब रहया ना एतबार, इस गदरी बण मैं।।
4
स्कूली किताबों पै तकरार, गंदा साहित्य बेशुमार
सबको शिक्षा सबको काम, आजादी पै दिया पैगाम, लाखों अनपढ़ बैठे नाकाम,
हर चीज के लगते दाम, नौकरी करते हैं नीलाम, आग लागरी तन मैं।।

शिक्षा

शिक्षा
हम जो टैक्स देते उसतै यो बजट जाता बनाया।।
अस्सी प्रतिशत हिस्सा म्हारा यो बजट मैं बताया।।

1
अडानी और अम्बानी बरगे बीस प्रतिशत टैक्श देते
पूरे बजट का बड़ा हिस्सा ये पूंजीपति फेर लेते
म्हारे टैक्स का पीसा देखो सरकर नै लुटाया।।
अस्सी प्रतिशत हिस्सा म्हारा यो बजट मैं बताया।।
2
म्हारा पीसा म्हारी शिक्षा पै क्यों नहीं खर्च होवै
इलाज की कमी मैं क्यों गरीब जिंदगी खोवै
मुफ्त इलाज नहीं हमनै पहले टैक्श जमा
कराया।।
अस्सी प्रतिशत हिस्सा म्हारा यो बजट मैं बताया।।
3
किसान की जिंदगी क्यों जीवन जोगी ना छोड्डी
मजदूरों की भी घलादी क्यों पूंजीपति नै गोड्डी
म्हारी धन लूट लूट अडाणी अम्बानी धोरै
पहूंचाया।।
अस्सी प्रतिशत हिस्सा म्हारा यो बजट मैं बताया।।
4
मुफ्त शिक्षा और इलाज का झूठा जुमला थारा
म्हारे पै खर्च ना करते जो कमाया पीसा म्हारा
रणबीर सोच समझ कै कलम अपना घिसाया।।
अस्सी प्रतिशत हिस्सा म्हारा यो बजट मैं बताया।।

जनता जागी---390---

जिब जिब जनता जागी यो जुल्मी शोषक झुका दिया।।
भारत तैं जुल्मी गोरा सबनै मिलकै भगा दिया।।
1
आजाद देश का सपना पहोंच्या शहर और गाम मैं
भगत सिंह फांसी टूट्या जोश था देश तमाम मैं
दुर्गा भाभी गेल्याँ जुटगी इस आजादी के काम मैं
लाखां नर और नारी देगे क़ुरबानी गुमनाम मैं
क़ुरबानी बिना नहीं आजादी गांधी अलख जगा दिया।।
भारत तैं जुल्मी गोरा सबनै मिलकै भगा दिया।।
2
गोरे गए काले आगे गरीबी पूरी मिटी नहीं सै
बुराई बधती आवै सै भिद्द इसकी पिटी नहीं सै
अच्छाई संघर्ष करण लागरी आस घटी नहीं सै
जनता एक दिन जीतैगी उम्मीद छुटी नहीं सै
समतावादी समाज होगा संघर्ष का डंका बजा दिया।।
भारत तैं जुल्मी गोरा सबनै मिलकै भगा दिया।।
3
अमीरां की जात अमीरी म्हारै गरीबी फैहरी भाईयो
विकास पूरा होवण दे ना दुनिया याहे कहरी भाईयो
वैज्ञानिक सोच काट सै इसकी जड़ घणी गहरी भाईयो
जात पात हरियाणे की सै सबतै बड्डी बैरी भाईयो
म्हारी एकता तोड़ण खातर यो जात पात फैला दिया।।
भारत तैं जुल्मी गोरा सबनै मिलकै भगा दिया।।
4
दारू माफिया मुनाफा खोर इनकी पक्की यारी देखो
भ्रष्ट पुलिसिया औछा नेता करता चौड़े गद्दारी देखो
बिचौलिया घणे पैदा होगे म्हारी अक्कल मारी देखो
लाम्बे जन संघर्ष की हमनै करली तैयारी देखो
लिखै रणबीर भगत सिंह नै रास्ता सही दिखा दिया ।।
भारत तैं जुल्मी गोरा मिलकै सबनै भगा दिया।।
भारत तैं जुल्मी गोरा सबनै मिलकै भगा दिया।।

मोदी


महारी शान कै बट्टा ला दिया रखवारे मोदी नै।
काले धन पै बेकूफ बनाया लज मारे मोदी नै।
1
काला धन मिल्या नही सेठ ओर साहुकारों मैं।
मोदी मोदी मोदी होरी टी वी ओर अखबारों मैं।
जनता खूब बेकूफ़ बणाई पर मिल्या नही गद्दारों मैं।
आखिर मैं वो छुप्या मिल्या म्हारे धरे सुंट सलवारों मैं।
दो दो पिसे जोड़या करती माँ,काकी ताई बेसोधी मैं।
काले धन पै बेकूफ बनाया लज मारे मोदी नै।
2
 सारा सारा दिन लगे रहे पुराना जमा कराने मैं।
घणी मुशिबत पड़गी ठाणी फेर वापिस पाने मै।
धक्का मुक्की म्हारी लगी रही लाईन लगाने मैं।
सारा देश पागल होग्या एक मानस के बहकाने मैं।
दिन धोली बेकूफ बने ना हम जाणै थे सोधी नै।
काले धन पै बेकूफ बयाया लज मारे मोदी नै।
3
म्हारी भोली जनता आण फंसी मोदी की बातां मैं।
बिन सोचे समझे बिन फेकू किसा ठा लिया हाथां मैं।
म्हारा भाईचारा भी बांट दिया सै आज जातपांता मैं।
म्हारी आपस मै कसर ना रहरी होनी लातम लातां मैं।
बेरा ना कद भर पांवांगे खुद अपनी खोदी नै।
काले धन पै बेकूफ बणाया लज मारे मोदी नै।
4
रणबीर सिहँ ओर चान्द सिहँ आपस मै करैं विचार।
हिन्दू मुश्लिम सिख ईसाई मैं आपस का रहया ना प्यार।
 छतीस जात बिरादरी भी बैठी सैं लड़न नै त्यार।
सोच लियो लोगो ईब आगै होगा कोण त्योहार।
अगत सम्भालो देखो लोगो अपनी किस्मत बोदी नै।
काले धन पै बेकूफ बणाया लज मारे मोदी नै।

खाई

खाई चौड़ी होंती आवै सै इसनै आज कौण पाटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
1
घर घर मैं खाई बधगी बधगी पूरे समाज मैं
देशां के बीच की खाई ना बताते पूरे अंदाज मैं
अमरीका टॉप पै रहवन नै यो रंग न्यारे छांटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
2
एक देश के भीतर भी कई ढाल की खाई दीखैं सैं
एक खरब पति बनरया दूजे भूखे पेट नै भींचैं सैं
शांति कड़े तैं आवैगी जब अमीर गरीब नै काटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
3
लड़ाई बढ़ैगी इस तरियां इस विनास की राही पै
खाई पटज्या हो चलना इसे विकास की राही पै
ना तो पर्यावरण प्रदूषण म्हारा कालजा चाटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।
4
लोभ लालच और स्वार्थ घणी बधारे इस खाई नै
समाज गया रसातल मैं चौडै भाई मारै भाई नै
भाईचारा नहीं बच्या तो रणबीर धन नै के चाटैगा।।
जनता का हाथ सही मैं इसनै आज कौण डाटैगा।।