Wednesday, 8 February 2023

इब तो जागज्या किसान, देख हमनै कौण लूट रहया।।

 इब तो जागज्या किसान, देख हमनै कौण लूट रहया।।

1

दिन और रात काम करैं, फेर भी मुश्किल पेट भरैं

करैं मौज यहां धनवान, तूँ पाणी से रोटी घूंट रहया।।

2

ये पंडे और पुजारी लूटैं, ये अमरीकी ब्योपारी लूटैं

लुटैं क्यों हम भगवान, क्यों अमरीका खागड़ छूट रहया।।

इब तो जागज्या किसान

3

बिजली चमकै पाला पड़ता, तूँ पाणी के भीतर बड़ता

लड़ता सरहद पै जवान, वो चांदी महलां मैं कूट रहया।।

इब तो जागज्या किसान

4

धनवानों के महल अटारी, खोस लेज्यां मेहनत म्हारी

उतारी म्हारे घर की छान, बांस ऊँका बीच तैं टूट रहया।।

इब तो जागज्या किसान

5

जब जब ठाये हमनै झंडे, पुलिस के खाये गोली डंडे

बनादें मरघट का शमशान, घाल कमेरयां भित्तर फूट रहया।।

इब तो जागज्या किसान 

6

आज इंसान करया लाचार, नाव फंसी बीच मंझदार

हरबार लड़ावै यो बेईमान, म्हारा सब किमै यो चूट रहया।।

इब तो जागज्या किसान 

7

सुन रणबीर सिंह का गाणा, रोवै बूढ़ा और याणा स्याणा

बताणा करे दारू नै गलतान ,भाइयो बोल ना झूठ रहया।।

इब तो जागज्या किसान

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