नौ फरवरी ठारा सौ ठावण अंग्रेजों नै कहर ढाया रै।।
मेवात क्षेत्र के क्रांतिकारी बावन को फांसी पै लटकाया रै।।1
नूंह नगली गाम के सबतैं घणे क्रांतिकारी बताये भाई
फिरोजपुर नमक गाम के भी तीन बहादुर आगै आये भाई
इन सबनै सन सत्तावण मैं गोरयां को सबक सिखाया रै।।
मेवात क्षेत्र के क्रांतिकारी बावन को फांसी पै लटकाया रै।।
2
चार योद्धा अडबर गाम के जो गोरयां स्याहमी अड़गे थे
एक बर जालिम गोरयां के चेहरे कसूते पीले पड़गे थे
सत्तावन मैं जीत का झंडा लाल किले के ऊपर फैहराया रै।।
मेवात क्षेत्र के क्रांतिकारी बावन को फांसी पै लटकाया रै।।
3
सहज सहज ये अंग्रेज हटकै सम्भाला लेगे बताये भाई
मेवात के बहादुरों नै डटकै अपने होंसले दिखाये भाई
बावन क्रांतिकारी मेवाती थे गोरयां नै फांसी पै चढ़ाया रै।।
मेवात क्षेत्र के क्रांतिकारी बावन को फांसी पै लटकाया रै।।
4
नौ फरवरी ठारा सौ ठावन गौरे ओछी हरकत पै आये थे
बावन क्रांतिकारी मेवात के कट्ठे फांसी पै लटकाये थे
रणबीर जानकै उनकी कुर्बानी कलम रोक नहीं पाया रै।।
मेवात क्षेत्र के क्रांतिकारी बावन को फांसी पै लटकाया रै।।