Wednesday, 18 April 2018

पंचायतां की रेल बनाई

सुणियो ईब कथा सुणाउं, खोल कै सारी बात बताउं।।
साच कैहन्ती  ना शरमाउं, पंचायतां की रेल बनाई।।
1. गाम की किसे नै फ़िकर ना सुक्का थूक बिलौवैं 
  गाम के लोग बहकाकै पीकै दारु ताणकै नै सोवैं 
  पंचायती राज का खोल सै, इसमैं होरी घणी रोल सै
  बिना बजट सब गोल सै, पंचायतां की रेल बणाई।।
2. मैम्बर पंचायत बणी सरपंच मीटिंग बुलावै ना
  कारवाई रजिस्टर चाहूं देखणा नपूता दिखावै ना
  ग्राम सभा पढ़ण बिठादी झूठी मीटिंग हुई दिखादी
  साइन करवा हुई बतादी, पंचायतां की रेल बणाई।।
3. अफसर भी म्हारे डूब गये देखती आंख्यां माखी खावैं
  गाल पक्की जिब हुई नहीं तो क्यों हुया खरच बतावैं
  बी डी ओ की हिस्सा पत्ती सै, सरपंच तै इनकी बत्ती सै
  गाम मैं आवै मास्सा रत्ती सै, पंचायत की रेल बणाई।।
4. चौधर के भूखे सरपंची के ये दावेदार बणे देखो
  सुलफे तै फुरसत ना आप्पे मैं थानेदार बणे देखो
  गालां की सुध नहीं लेवैं ये, बैठे बस थूक बिलौवें ये
  रणबीर के ताकू चभौवैं ये, पंचायतां की रेल बणाई।।