नोट बन्दी नै मोदी जी या अफरा तफरी मचाई देख ॥
ब्याह शादी रूकगे म्हारे थामनै दया नहीं आयी देख ।।
पीस्से म्हारी कमाई के हम कोन्या लिकड़वा पारे देख
बालक बिलखैं बिना दवाई अमीरां के वारे न्यारे देख
दूकानदार किसान मजदूरों की रेल क्यों बनाई देख ॥
ब्याह शादी रूकगे म्हारे थामनै दया नहीं आयी देख ।।
कालेधन का इलाज पक्का दावा थामने करया दखे
छह हजार करोड़ कर्ज अडानी खातै यो धरया दखे
म्हारी जूती सिरभी म्हारा कसूती करी पिटाई देख ॥
ब्याह शादी रूकगे म्हारे थामनै दया नहीं आयी देख ।।
कई कई घंटे खड़ी रहवै जनता जावै खाली हाथ या
न्यू कितने दिन देवैगी तेरा बताओ मोदी जी साथ या
बाजार जमा डूब लिया बेरोजगारी सारै छाई देख ॥
ब्याह शादी रूकगे म्हारे थामनै दया नहीं आयी देख ।।
भरी हवा झूठ भका कै सहज सहज लिकड़ रही
जनता थारी कारस्तानी या पूरी तरियां पकड़ रही
कुलदीप सिंह जनता ना तनै मचावण दे तबाही देख॥
ब्याह शादी रूकगे म्हारे थामनै दया नहीं आयी देख ।।
ब्याह शादी रूकगे म्हारे थामनै दया नहीं आयी देख ।।
पीस्से म्हारी कमाई के हम कोन्या लिकड़वा पारे देख
बालक बिलखैं बिना दवाई अमीरां के वारे न्यारे देख
दूकानदार किसान मजदूरों की रेल क्यों बनाई देख ॥
ब्याह शादी रूकगे म्हारे थामनै दया नहीं आयी देख ।।
कालेधन का इलाज पक्का दावा थामने करया दखे
छह हजार करोड़ कर्ज अडानी खातै यो धरया दखे
म्हारी जूती सिरभी म्हारा कसूती करी पिटाई देख ॥
ब्याह शादी रूकगे म्हारे थामनै दया नहीं आयी देख ।।
कई कई घंटे खड़ी रहवै जनता जावै खाली हाथ या
न्यू कितने दिन देवैगी तेरा बताओ मोदी जी साथ या
बाजार जमा डूब लिया बेरोजगारी सारै छाई देख ॥
ब्याह शादी रूकगे म्हारे थामनै दया नहीं आयी देख ।।
भरी हवा झूठ भका कै सहज सहज लिकड़ रही
जनता थारी कारस्तानी या पूरी तरियां पकड़ रही
कुलदीप सिंह जनता ना तनै मचावण दे तबाही देख॥
ब्याह शादी रूकगे म्हारे थामनै दया नहीं आयी देख ।।