Monday, 20 May 2013

एक तस्वीर

एक तस्वीर
आओ आज हम देखें औरत की सही तस्वीर सखी ॥
दिया समाज ने जो हमको कहती हम तकदीर सखी ॥
घर में खटना पड़ता म र द की नजर में मोल नहीं
औरत  भी समझे इसे  किस्मत लगा सकी तोल नहीं
करती हम मखौल नहीं हालत हमारी है गंभीर सखी ॥
घर खेत में काम करें जुताई और बुवाई करती बहना
चारा पानी झोटा बुग्गी दिन और रात मरती बहना
बैठी आहें भरती बहना समझें किस्मत की लकीर सखी ॥
कैसा सलूक करते हमसे मालिक बंधुआ का व्यवहार यहाँ
खाना दोयम कपडा दोयम मिले दोयम सारा संसार यहाँ
करोड़ों महिला बीमार यहाँ इलाज की नहीं तदबीर सखी ॥
अहम् फैंसले बिना हमारे मर्द बैठकर आज करते देखो
जुल्म करते भरी हम पर नहीं किसी से भी डरते देखो
नहीं हम विचार करते देखो तोड़ें कैसे ये जंजीर सखी ॥
सदियों से होता ही आया है पर किया मुकाबला है हमने
सिर धड की बाजी लगा कर नया रास्ता चुन है हमने
समता सपना बुन है हमने मिलेंगे बहुत राहगीर सखी ॥
खुद चुपचाप सहती जाती मानें कुदरत का खेल इसको
सदियों से सहती आयी हैं समझें राम का मेल इसको
आज भी रही हैं झेल इसको दुखी हुआ रणबीर सखी ॥

लाठी गोली

लाठी गोली  बन्दूक हथियार धरे रह ज्यांगे आ डै 
किसान पाछै ह टै नहीं चूची बचा फाह ज्यांगे आ डै 
किसान करता कष्ट कमाई अपना खून पसीना बाह वै 
कष्ट कमाई घर मैं आज्या हरियाने का किसान चाह वै 
और कोए तनै पाया नहीं  इन गरीबों नै क्यूं तूँ गाह वै 
चीफ मिनिस्टर बनाया जिननै उननै आज क्यूं ताह वै 
जमीन घोटाले खूब करे के बोल चुपाके लह ज्यांगे आ डै ॥ 
ट्रांसफोर्मर ठीक कारन का के गलत सै नारा  बतलाओ 
बिजली नहीं मिलती हमनै के कसूर सै म्हारा बतलाओ 
पूंजीपति का पानी भरो सो के ख्याल सै थारा बतलाओ 
गोली चलवा निर्दोषों पै करना चाहो निपटारा बतलाओ 
लाठी गोली थारी देखांगे जुल्म क्यूकर सह ज्यांगे आ डै ॥ 
कैथल मैं लाठी चार्ज का तमनै हिसाब चुकाना होगा 
मारुती कांड करवाया दखे घणा ऐ पछ ताना होगा 
हरियाणा खागे लूट कै कांग्रेस इनेलो पछताना होगा 
इतने दबा दिए किसान इब्तो सिर यो ठाना होगा 
जितने महल बनाये तमनै सारे के सारे ढहज्यांगे आ डै ॥ 
कुर्बानी किसानों की या जरूर अपना रंग ल्यावैगी 
संगठन बना मजबूत अपना तेरै पूरे साँस चढावैगी 
किस किस नै करेगा भीतर गिनती किट ताहीं जावैगी 
इब होन्स संभाल किमै ना या जनता सबक सिखावैगी 
कुलदीप से ठा ठी भजनी सही बोल कह ज्यांगे आ डै ॥