Saturday, 18 February 2023

म्हारे देश कै बट्टा लाया प्यारे मोदी नै।।

 म्हारे देश कै बट्टा लाया प्यारे मोदी नै।।

काले धन उपर बहकाया प्यारे मोदी नै।।
1
बाड़ खेत नै खागी नल दमयंती सुनते रहे
नींद आई रूखाले नै पापी जाल बुनते रहे
नफरत का माहौल बनाया प्यारे मोदी नै।।
काले धन उपर बहकाया प्यारे मोदी नै।।
2
बिना दवाई और पढ़ाई म्हारे बालक रूलगे रै
सचाई की हुई पिटाई झूठ के फाटक खुलगे रै
धर्मान्धता का जहर फैलाया प्यारे मोदी नै।।
काले धन उपर बहकाया प्यारे मोदी नै।।
3
नैतिकता पै प्रहार करैं बन नैतिकता के रखवाले
नँगे पन का प्रचार करैं बन नैतिकता के रखवाले
लूट खसोट का बाजार बढ़ाया प्यारे मोदी नै।।
काले धन उपर बहकाया प्यारे मोदी नै।।
4
पाखंड का लेकै सहारा भारत की जनता लड़वाई
गऊ माता का ले बहाना या नफरत बहोत फैलाई
कुलदीप घणा कहर यो ढाया प्यारे मोदी नै।।
काले धन उपर बहकाया प्यारे मोदी नै।।

बम्बई


बम्बई 

कोठी बंगले अर भूखे कंगले बम्बई की तसबीर भाई रै। 

मेहनत करता वो भूख मरता दुनिया की तकदीर भाई रै।। 

1.  

समुद्र किनारा शहर प्यारा इसतै आच्छी बात नहीं सै 

महल अट्टारी बनती जारी बिन पीस्से औकात नहीं सै 

पीस्सा ईमान हुया भगवान रही माणस की जात नहीं सै 

इनसान मशीन करले यकीन पफुरसत दिन रात नहीं सै 

होटल आलीशान ये बढ़ावैं मान मनै सही तदबीर लड़ाई रै। 

2.  

शिवसेना भाई उड़ै छाई बदमाशी का कोए औड़ नहीं 

माफिया राज बताया आज इसका कहैं कोए जोड़ नहीं 

फिल्मी सितारे टोर बनारे राजकुमार तै घणी मरोड़ नहीं 

सारी बात मिलै फुटपाथ छत नीचे कई करोड़ नहीं 

हुया हैरान मैं करूं बखान परेशान चलता राहगीर भाई रै।। 

3.  

परिन्दा नया टोहलें ठया पल मैं जेब साफ करैं 

उपर नीचे नीचे उपर पीस्सा बांट कै इन्साफ करैं 

करैं हद बन्दी और पाले बन्दी ना दूजे नै माफ करैं 

बड़े घराने शाही खजाने लूट का हाफा-हाफ करैं 

नजर आवै इनै कोन छिपावै जो लूट अमीर मचाई रै।। 

4.  

घणी लम्बाई और चौड़ाई इस शहर बम्बई की रै 

ऊंची इमारत और तिजारत मशहूर शहर बम्बई की रै 

फुटपाथ बतावैं शर्त लगावैं बड्डी शहर बम्बई की रै 

ठगी बतावैं किस्से सुनावैं नामी शहर बम्बई की रै 

सुण कमल या कहै अमन या लिखै रणबीर कतिवाई रै।।

मजदूर--20 --

 मजदूर

कुछ भी आच्छा नहीं लागै बिन मकसद हांडूँ मैं।

नहीं दिन रात चैन मनै बस पड़या पड़या बाँडूँ मैं।

1

मजदूरी मिलती कोण्या मिहने मैं दिन बीस मनै

खेत क्यार मैं मशीन आगी करी सै तफ्तीश मनै

ध्याड़ी दोसौ कम तीस मनै मुश्किल दिन काढूँ मैं।

2

सडकां पै काम रहया ना ईंट भट्ठे भी बन्द होगे

चिनाई भी कम होरी सै ये लाखों मजदूरी खोगे

मालिक तो ऐसी मैं सोगे नक्सा असली मांडूँ मैं।

3

गाम बरोणा जिला सोनीपत हरियाणा मैं बास सै 

होली क्युकर खेलूं मैं मेरा मन रहवै यो उदास सै

नहीं याड़ी कोये खास सै चेहरा किसका माँडूँ मैं।

4

गरीब की बूझ नहीं आज ख्याल होवै अमीरां का

हमनै भकावैं न्यों कैहकै सारा खेल सै लकीरां का

बाणा हुया फ़क़ीरां का रणबीर नया गीत चाँडूँ मैं।

किसा वर हो

 किसा वर हो

सरोज सरतो ब्याह शादी की आपस मैं बतलाई हे।

सरोज किसा वर चाहवै अपना उसनै बात चलाई हे।

1

सरोज बोली शांत शुभा हो माणस सबर आला हो

लिहाज करना आंता हो विश्वास गजब निराला हो 

शरीर का चाहे सांवला हो मन का नहीं वो काला हो

निस्वार्थ भाव का धौरी हो समझै बख्त कुढ़ाला हो

दौलत का वो भूखा ना हो ना जाणै घणी अंघाई हे।

सरोज किसा वर चाहवै अपना उसनै बात चलाई हे।

2

पाछली गलती तैं सीखै वो आगे का फेर ख्याल करै

जमा बहाने नहीं बणावै कही बात तैं कति नहीं फिरै

असलियत का हिम्माती हो दिखावे पै नहीं कान धरै

दहेज का लोभी नहीं हो पराई चीज ऊपर नहीं मरै

अपने दिल की खोल सारी सरोज नै बात बताई हे।

सरोज किसा वर चाहवै अपना उसनै बात चलाई हे।

3

ऊंचा रूतबा हो उसका घमंड जमा नहीं करता हो 

औरां नै बर्बाद करकै नै वो ना अपने घर नै भरता हो

झूठी बात नै नहीं मानै साच कहन तैं ना डरता हो 

अत्याचार के विरोध मैं वो सोच कै नै डिंग धरता हो

दोस्त आला बरतेवा करै नहीं समझै निरी लुगाई हे।

सरोज किसा वर चाहवै अपना उसनै बात चलाई हे।

4

सीधी पाधरी शादी करले ईसा मानस वो खास हो 

निराशा नहीं हो जिसमैं आशा हमेशा उसके पास हो

दुख सुख का हो साथी ना सुल्फे दारू का दास हो

मनै भी एक इंसान समझै चाहूँ बढ़िया मेरी सास हो

रणबीर के धोरै जावांगी उसपै इसी लिस्ट बताई हे।

सरोज किसा वर चाहवै अपना उसनै बात चलाई हे।

साथी वीरेंदर शर्मा

 साथी वीरेंदर शर्मा


सन 1992 में साक्षरता आंदोलन के दौर में साथी ने कार में आग लगने पर अपनी जान जोखिम में डाल कर कार की सवारियों को तो बचा लिया मगर सड़क पर फैले पैट्रोल की आग में बुरी तरह झुलस गया और दो तीन दिन तक मौत से संघर्ष किया।

ज्यांन की परवाह की ना कूदया पीड़ा देख परायी रै।।

जवानी खपादी वीरेंद्र नै समझ दूज्यां की भलाई रै।।

उसतै बढ़िया दीखै कोण्या भाई अकल इंसान की

म्हारे ताहिं राह दिखाई सै उसनै असल इंसान की

भुलाये तैं भी ना भूली जा भाई शक्ल इंसान की

म्हारे ताहिं तस्वीर बनाई उसनै अटल इंसान की

न्यों कहैया करै था साथी मिलकै लडांगे लड़ाई रै।।

लोगों के मोल उसनै रोज घटते बढ़ते देखे भाई

बदमाशों की चांदी आड़ै शरीफ लोग पिटते देखे

लोगों मैं बढ़ी बेरोजगारी सही राह तैं हटते देखे

शहीद भगत सिंह से वीर आजादी पै मिटते देखे

भगत सिंह की राही चल्या वीरेंद्र वीर सिपाही रै।।

ज्ञान विज्ञान समिति मैं थी साथी की कताई हुई

एक एक बात कै उप्पर थी समिति मैं सफाई हुई

समाज कैसे चलता म्हारा बैठकै पूरी धुनाई हुई

गया समझाया हमेशा गरीब की क्यूँ पिटाई हुई

शहीद वीरेंद्र समझ गया अनपढ़ता की खाई रै।।

साथी तेरे सपनों को हम मंजिल तक ले जायेंगे

सच कहना अगर बगावत हम गीत यही गायेंगे

आज नहीं तो कल साथी पूरी दुनिया पर छायेंगे

मानव का बैरी मानव हो ना ऐसा जमाना लायेंगे

रणबीर ईबे रंग अधूरा बनाई तसबीर जो भाई रै ।।

बीफ गऊ भारत माता आगे असली मुद्दे फैंक बगाये।।

 बीफ गऊ भारत माता

बीफ गऊ भारत माता आगे असली मुद्दे फैंक बगाये।।
लव जिहाद देश द्रोही गैल कब्रिस्तान नै ठाकै ल्याये।।
1
कितने करोड़ युवाओं को रोजगार दिया बताते कोण्या
गंगा मैया कितनी साफ़ हुई जिकरा कति चलाते कोण्या
बुल्लेट ट्रेन के कोच कितने तैयार करे दिखाते कोण्या
मेक इन इंडिया का के नतीजे लिखे कितै पाते कोण्या
दलित विरोध बढाँते जावैं दलित राष्ट्रपति भी बनाये।।
लव जिहाद देश द्रोही गैल कब्रिस्तान नै ठाकै ल्याये।।
2
कितने दागी नेता जेल गए नहीं कोये हिसाब बताया
पन्दरा लाख म्हारे खातयाँ मैं आज तलक कोन्या आया
कश्मीर का हाल बुरा करया पीडीएफ तैं हाथ मिलाया
जवानों के खाण पीण मैं यो सुधार थोड़ा बी ना पाया
झूठे इतने वायदे करकै देखो फ़ौज के जवान बहकाये।।
लव जिहाद देश द्रोही गैल कब्रिस्तान नै ठाकै ल्याये।।
3
किसान आमदनी दुगणी करांगे जोर के नारे लगाये थे
डीजल पैट्रोल करांगे सस्ते घणे सब्ज बाग़ दिखाये थे
फांसी नहीं खावण देवांगे जुमले बहोत घणे सुनाये थे
स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करांगे ये सन्देश पहोंचाये थे
गरीबी कति टोही नहीं पावैगी सपन्यां मैं खूब घुमाये।।
4
ईमानदारों के खाते मैं यो म्हारा भारत देश आया कोण्या
रूपये के मुकाबले यो डॉलर नीचे नै आता पाया कोण्या
स्मार्ट सिटी का नक्शा थारा इस जनता नै भाया कोण्या
बहुविविधता पढ़न बिठा दी यो भाईचारा भाया कोण्या
कहै रणबीर बरोने आला दिमाग लगा मनै छंद रचाये ।।
लव जिहाद देश द्रोही गैल कब्रिस्तान नै ठाकै ल्याये।।

कई देशां के न्यारे न्यारे मनै देखे इंसान आये रै।।

 दो दिन सावर शहर , ढाका में प्रोग्राम में हिस्सेदारी के बाद कुछ विचार एक हरियाणवी रागनी के माध्यम से आप सब तक। क्या बताया भला:-

कई देशां के न्यारे न्यारे मनै देखे इंसान आये रै।।
गजब मिशाल भाईचारे की बहोत घणे भाये रै।।
1
ढाका के नेड़ै सी यो सावर शहर गया बसाया रै
लिबरेशन ताहिं सब किमैं तीस लाख नै खपाया रै
सादे भोले से माणस दीखैं इंसानी जज्बात पाये रै।।
गजब मिशाल भाईचारे की बहोत घणे भाये रै।।
2
एक दूजे की भाषा ना समझें पर काम चलाया रै
अंग्रेजी भाषा नै उड़ै म्हारा फेर यो साथ निभाया रै
नॉन वेज खाना छिकमा वैज के जुगाड़ कराये रै।।
गजब मिशाल भाईचारे की बहोत घणे भाये रै।।
3
सारे महिला पुरुषां का ईब स्वास्थ्य सबका नारा
दुनिया भर मैं गूंज रहया स्वास्थ्य हक सै म्हारा
हेल्थ असैम्बली मैं घणे युवक युवती सैं छाये रै।।
गजब मिशाल भाईचारे की बहोत घणे भाये रै।।
4
स्वास्थ्य की राजनीति पै मिलकै नै विचार किये रै
नाबराबरी दुश्मन म्हारी ये गरीब जमा मार दिये रै
रणबीर नै समझ कै तत्काल ये छन्द बनाये रै।।
गजब मिशाल भाईचारे की बहोत घणे भाये रै।।

जित बी जाऊं उड़ै घणी लाम्बी लाईन लगी क्यों पावै हे

 जित बी जाऊं उड़ै घणी लाम्बी लाईन लगी क्यों पावै हे ।।

सरकारी मैं भीड़ या जेब प्राइवेट खाली क्यों करावै हे।।
1
कुपोषण प्रदूषण मिलावट कारण बड्डे बीमारी के
इनके बढ़ते जाने से बढे हमले ज्यान हमारी के
इसपै किसे का ध्यान नहीं कसूर बतावैं करतारी के
पौष्टिक खाना साफ पाणी हवा राज सेहत म्हारी के
इन पै गौर करने नै म्हारी सरकार क्यों नजर चुरावै हे।।
2
बीमारी हुये पाछै इलाज का ढांचा जरूरी बतावैं
कितै स्टाफ कम कितै दवाई मरीज घणे दुःख पावैं
नीति खागी सरकारी ढांचे नै ये प्राइवेट फूलते जावैं
सरकार का हैल्थ बजट ये जान कई नहीं बढ़ावैं
कसूर किसे का होवै बेबे फेर सजा और कौए पावै हे ।।
3
मरीज और डॉक्टर आज आहमी साहमी भिड़ा राखे हे
तीन हजार नर्स जित उड़ै आठ सौ तैं काम चला राखे हे
उपरल्यां नै अपने चेहते चोखी जागां बिठा राखे हे
बढ़िया डॉक्टर नर्स भी जनता की न्यों गाली खावै हे।।
4
डीजीज डॉक्टर और ड्रग का फार्मूला फेल हो लिया हे
म्हारी सरकारां खातर तो यो जमा खेल हो लिया हे
बेईमान तो राज करते ईमानदार नै जेल हो लिया हे
रणबीर कम्प्पणी और कुछ डाक्टरों का मेल हो लिया हे
थ्री डी का नारा दुनिया मैं शार्ट कट का राह बतावै हे।।

लूट मचाई री कोण्या मेरे बस मैं ।

 साच बोलना बस मैं और मेहनत करना बस मैं

लूट मचाई री कोण्या मेरे बस मैं ।।
इंसान बनना बस मैं और तप  करना बस मैं
लोग भकाई री कोण्या मेरे बस मैं।।
प्यार करना बस मैं और लाड करना बस मैं
करूँ बुराई री कोण्या मेरे बस मैं ।।
फूल उगाने बस मैं और बाग लगाने बस मैं
बेगार कराई री कोण्या मेरे बस मैं।।
कदम बढ़ाना बस मैं और अलख जगाना बस मैं
करनी बुराई री कोण्या मेरे बस मैं।।
फर्ज निभाना बस मैं और कर्ज चुकाना बस मैं
खाल तराई री कोण्या मेरे बस मैं।।
लालच दबाना बस मैं  हथियार उठाना बस मैं
पीठ दिखाई री कोण्या मेरे बस मैं।।

विकास के नाम पै विनाश का भारत नै ठेका ठा लिया

 तीसरी ताकत बनेगा भारत

विकास के नाम पै विनाश का भारत नै ठेका ठा लिया।।
तीसरी ताकत बनावांगे किसान मजदूर भका लिया।।

फर्टाइल लैंड खोसकै अम्बानी कै चढ़ावा चढ़ाओ
बालक रूलज्यां किसानां के उजडैं तो मतना बसाओ
अम्बानी के ब्रोकर बणकै किसानां नै जेल पहोंचाओ
झांसे देकै झूठे साच्चे हट हट कै अध्यादेश ल्याओ
आछे दिनां की बाट देखण मैं पूरा साल जा लिया।।

बदेशी कम्पनियां खातर दरवाजे खोले भारत के
बदेशी कम्पनियां नै  नेता अफसर तोले भारत के

तीसरी ताकत का झांसा किसान छोले भारत के
आज भाईचारे के चूळे घणे कसूते डोले भारत के
साम्प्रदायिकता  के जहर नै यो पूरा भारत खा लिया।।

तीसरी ताकत का देकै नारा आज घणी गरीबी बढ़ाई
जमीन खनिज जंगल बेचे शरम कति नहीं आई
विकास के नाम पै लूट अम्बानी अडाणी नै मचाई
गरीब अमीर की रोजाना भारत मैं बढ़ती जावै खाई
ज़ात गोत धर्म पै बाँट कै भारत टांड पै बिठा लिया।।

पूरे देश मैं होवै पिटाई जो हक़ अपने माँगै देखो
गरीबाँ की खुसैगी पढ़ाई सड़कां पै आए नै छांगै देखो
बीमार गरीब नै इलाज नहीं झाड़ फूंक कैड़ भागै देखो
लड़वा कै हमनै आपस मैं साहरा अमीरां कै लागै देखो
रणबीर नै गरीबाँ के हक मैं यो कलम पिना लिया।।

दशहरा 2016

 दशहरा 2016

अच्छाई की जीत बुराई पै दशहरा जावै सै मनाया।।
रावण हराया रामजी नै यो ज्यां  जावै आज जलाया।।
1
या तो राम रावण की सै कदे महाकथा लिखी बताई
तुलसीदास नै एक लिखी दूजी बाल्मीकि जी नै बनाई
बात एक जिसी उनमैं कुछ फर्क बी उनमैं सै पाया।1।
2
आज के राम रावण पर हम विचार नहीं करते
म्हारी कमाई लूटकै कौन आज के रावण घर भरते
अडानी अम्बानी जुड़वां रावण पूरा देश लूटकै खाया।2।
3
इनतै बड्डा आज का रावण यो अमेरिका बताऊँ मैं
पूरी दुनिया डरा राखी इसकी फ़ौज जुल्मी दिखाऊँ मैं
झूठे इल्जाम लगा कै नै करकै हमला इराक खिंडाया।3।
4
आज के रावण कैसे जलावां इसपै बैठ विचार करांगे
राम रावण मैं फर्क का पूरा यो खाका ईब तैयार करांगे
कहै रणबीर बरोने आला यो छंद तोड़ का बनाया

शाबाश बेटियो

 शाबाश बेटियो

गोठड़ा टप्पा राजगढ़ मैं बेटियां नै मिशाल बनाई।।
स्कूल अपग्रेड करवाने नै भूख हड़ताल पै आई।।
1
दसवीं करे पाछै कित पढां यू घणा बड़ा सवाल था
बहोत घणी बेटियों का इस कारण हाल बेहाल था
बात बातां मैं चर्चा करकै बैठ धरणे पै मांग ठाई।।
गोठड़ा टप्पा राजगढ़ मैं बेटियां नै मिशाल बनाई।।
2
मुंजेडी गाम फरीदाबाद मैं बेटियां नै यो बीड़ा ठाया
भूख हड़ताल करकै नै चंडीगढ़ का राज हिलाया
तेज बहादुर गैल बैठग्या राज पै ये मांग मनवाई।।
गोठड़ा टप्पा राजगढ़ मैं बेटियां नै मिशाल बनाई।।
3
अपग्रेड एक सौ बाईस स्कूल बेटियों नै करवाये
शिक्षा के हक की खात्तर हरियाणे मैं अलख जगाये
मिलकै सबनै नारा लाया करां संघर्ष और पढ़ाई।।
गोठड़ा टप्पा राजगढ़ मैं बेटियां नै मिशाल बनाई।।
4
रणबीर शाबाशी देवै सै बणियो तम नई मिशाल
मेहनत करकै बेटियो थाम करियो कोय कमाल
धन्यवाद सै हिम्मत का थारी गेल्याँ मुलाकात कराई।।
गोठड़ा टप्पा राजगढ़ मैं बेटियां नै मिशाल बनाई।।

पूरी तरियां धूल चटावांगे।।--30 --

 देशवासी लोकसभा चुनाव मैं इस भाजपा नै हरावांगे।।

पूरी तरियां धूल चटावांगे।।
1
दो हजार चौबीस की चुनौती धर्मनिरपेक्षता बचाणी भाई
प्रजातन्त्र की नींव हिलादी या हमनै हटकै जमाणी भाई
म्हारे भाईचारे पै हमला सै हम कट्ठे होकै नै बचावांगे।।
पूरी तरियां धूल चटावांगे।।
2
संविधान का मख़ौल बनारे हिंदुत्व का संविधान चाहवैं
संघवाद नै ये चुनौती देरे चारों कांहीं नफरत फैलावैं
जात गोत धर्म तैं ऊपर उठकै हम एक मंच पै आवांगे।।
पूरी तरियां धूल चटावांगे।।
3
खोखली आर्थिक नीतियों की पूंछ पकड़ें हांड रहे रै
देश तोड़क नारे सारे कै ये दिन और रात भांड रहे रै
बेरोजगारी नै युवक ज़कड़या इसपै पूरा विरोध जतावांगे ।।
पूरी तरियां धूल चटावांगे।।
4
शिक्षा स्वास्थ्य का सरकारी ढांचा प्राइवेट तैं पकड़ाया
हर साल पन्दरा लाख नौकरी यो वायदा थोथा पाया
भाजपा हराओ देश बचाओ मिलकै अभियान चलावांगे।।
पूरी तरियां धूल चटावांगे।।