हमने कितनी तरक्की की है कुंभ पर दिखा दिया।।
गणेश को लाखों टन दूध एक दिन में पिला दिया।।
आस्था का दामन थामें हम तरक्की करना चाहते मेहनत करके भी भूखे आस्था कारण मरना चाहते
लाखों टन अनाज गोदामों में आस्था ने सड़ा दिया।।
गणेश को लाखों टन दूध एक दिन में पिला दिया।।
विवेक से काम न लेकर नहीं हम पहचान पाते कौन हमारी मेहनत पूरी सस्ते में लूट ले जाते किसने हमारे सपनों को आज धूल में मिला दिया।।
गणेश को लाखों टन दूध एक दिन में पिला दिया।।
औरत को हमारी आस्था देवी के रूप में तो मानती
पर उसी औरत को इंसान रूप में नहीं जानती औरत को एक वस्तु बनाकर बाजार में सजा दिया।।
गणेश को लाखों टन दूध एक दिन में पिला दिया।।
यह किस्मत का खेल है इस आस्था ने हमें बताया
हमने तो किस्मत की ले आड़ काला धन खूब कमाया
काले धन ने आज रणबीर पूरे भारत को हिला दिया।।
गणेश को लाखों टन दूध एक दिन में पिला दिया।।
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