लेखक भगत सिंह को आह्वान करके क्या कहता है ------
देख ले आकै सारा हाल , क्यों देश की बिगड़ी चाल
सोने की चिडया सै कंगाल , भ्रष्टाचार नै करी तबाही
अंग्रेज तैं लड़ी लडाई , थारी कुर्बानी आजादी ल्याई
देश के लुटेरों की बेईमानी फेर म्हारी बर्बादी ल्याई
क्यों भूखा मरता कमेरा , इसनै क्यूकर लूटै लुटेरा
करया चारों तरफ अँधेरा,माणस मरता बिना दवाई
चारों कान्ही आज दिखाऊँ , घोटालयां की भरमार दखे
दीमक की तरियां खावै सै समाज नै यो भ्रष्टाचार दखे
ये चीर हरण रोजाना होवें , नाम देश का जमा ड़बोवैं
लुटेरे आज तान कै सोवें, शरीफों की श्यामत आई
थारे विचारों के साथी तो डटरे सें जम्कै मैदान के माँ
गरीबों की ये लड़ें लडाई म्हारे पूरे हिंदुस्तान के माँ
भगत सिंह ये साथी थारे , तेरी याद मैं कसम उठारे
संघर्ष करेँ यो बिगुल बजारे ,चाहते ये मानवता बचाई
बदेशी कंपनी तेरे देश नै फेर गुलाम बनाया चाहवैं
मेहनत लूट मजदूर किसानों की ये पेट फुलाया चाहवैं
भारी दिल तैं साथी रणबीर, लिखै देश की सही तहरीर
भगत तनै जो बनाई तस्बीर देख जमा ए पाड़ बगाई
देख ले आकै सारा हाल , क्यों देश की बिगड़ी चाल
सोने की चिडया सै कंगाल , भ्रष्टाचार नै करी तबाही
अंग्रेज तैं लड़ी लडाई , थारी कुर्बानी आजादी ल्याई
देश के लुटेरों की बेईमानी फेर म्हारी बर्बादी ल्याई
क्यों भूखा मरता कमेरा , इसनै क्यूकर लूटै लुटेरा
करया चारों तरफ अँधेरा,माणस मरता बिना दवाई
चारों कान्ही आज दिखाऊँ , घोटालयां की भरमार दखे
दीमक की तरियां खावै सै समाज नै यो भ्रष्टाचार दखे
ये चीर हरण रोजाना होवें , नाम देश का जमा ड़बोवैं
लुटेरे आज तान कै सोवें, शरीफों की श्यामत आई
थारे विचारों के साथी तो डटरे सें जम्कै मैदान के माँ
गरीबों की ये लड़ें लडाई म्हारे पूरे हिंदुस्तान के माँ
भगत सिंह ये साथी थारे , तेरी याद मैं कसम उठारे
संघर्ष करेँ यो बिगुल बजारे ,चाहते ये मानवता बचाई
बदेशी कंपनी तेरे देश नै फेर गुलाम बनाया चाहवैं
मेहनत लूट मजदूर किसानों की ये पेट फुलाया चाहवैं
भारी दिल तैं साथी रणबीर, लिखै देश की सही तहरीर
भगत तनै जो बनाई तस्बीर देख जमा ए पाड़ बगाई