Wednesday, 8 February 2023

मिलकै नै आवाज लगावां बुनियादी हक क्यों खोस लिए।।

 मिलकै नै आवाज लगावां बुनियादी हक क्यों खोस लिए।।

के सोच कै नै तमनै संविधान के पन्ने मोस दिए।।

1

शिक्षा का अधिकार म्हारा आज पढन क्यों बिठाया

स्वास्थ्य का अधिकार म्हारा कर हवन क्यों भकाया

रोजगार खोस करोड़ों के उड़ा उनके होंस दिए।।

के सोच कै नै तमनै संविधान के पन्ने मोस दिए।।

2

भ्रष्टाचार के पंख क्यों ये चारों कांहीं फैला दिए

बेरोजगारों के कॉन्ध्यां पै कावड़ क्यों टिका दिए

आजादी की लड़ाई नहीं लड़ी वे शहीद बना ठोस दिए।।

के सोच कै नै तमनै संविधान के पन्ने मोस दिए।।

3

जिणनै भी आवाज उठाई वे दमन का शिकार बनाये

मजदूर किसानों के ऊपर बहोत घणे कहर ढाये

दबे नहीं लाठी गोली तैं  जनता नै

बढ़ा रोष दिए।।

के सोच कै नै तमनै संविधान के पन्ने मोस दिए।।

4

जात धर्म पै कलह कराकै एकता जनता की तोड़ी

बेरोजगारी भुखमरी तैं आज ध्यान

जनता की मोड़ी

रणबीर लांबे चौड़े वायदे जनता साहमी परोस दिए।।

के सोच कै नै तमनै संविधान के पन्ने मोस दिए।।

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