उमर खालिद पर हमला
विरोधी आवाज दबाना चाहवै तूँ लाठी गोली मारकै।।
आवाज गूंजैगी दबै कोण्या तूँ बैठै एक दिन हारकै।।
1
उमर खालिद पै दिन धौली धक्का देकै गोली चलाई
कांस्टीच्युशन क्लब की या आज घटना सै बताई
पिस्तौल गिरग्या भाज गया मारण की आया था धारकै।।
आवाज गूंजैगी दबै कोण्या तूँ बैठै एक दिन हारकै।।
2
डरावन धमकावन का संघी पूरा हाँगा लारे देखो
जो बोलैं इनकै साहमी उसको निशाना बनारे देखो
खुल्लम खुल्लां कत्ल करैं लिहाज शर्म सब तारकै ।।
आवाज गूंजैगी दबै कोण्या तूँ बैठै एक दिन हारकै।।
3
दाभोलकर कुलबर्गी पंसारे गौरी लंकेश की कड़ी
जो बोलैगा मारया जागा करली भीड़ की फ़ौज खड़ी
हम बोलैं तो आतंकी वो मारैं तो घालैं माला पुचकार कै।।
आवाज गूंजेगी दबै कोण्या तूँ बैठै एक दिन हारकै।।
4
फासी वाद और किसा होसै सोच समझ कै कट्ठे होल्यो
फासी वाद और किसा होसै सोच समझ कै कट्ठे होल्यो
फासीवाद के खूनी धब्बे सारे रल मिलकै नै धोल्यो
रणबीर देख लियो दो हजार उन्नीस मैं विचार कै।।
आवाज गूंजैगी दबै कोण्या तूँ बैठै एक दिन हारकै।।
विरोधी आवाज दबाना चाहवै तूँ लाठी गोली मारकै।।
आवाज गूंजैगी दबै कोण्या तूँ बैठै एक दिन हारकै।।
1
उमर खालिद पै दिन धौली धक्का देकै गोली चलाई
कांस्टीच्युशन क्लब की या आज घटना सै बताई
पिस्तौल गिरग्या भाज गया मारण की आया था धारकै।।
आवाज गूंजैगी दबै कोण्या तूँ बैठै एक दिन हारकै।।
2
डरावन धमकावन का संघी पूरा हाँगा लारे देखो
जो बोलैं इनकै साहमी उसको निशाना बनारे देखो
खुल्लम खुल्लां कत्ल करैं लिहाज शर्म सब तारकै ।।
आवाज गूंजैगी दबै कोण्या तूँ बैठै एक दिन हारकै।।
3
दाभोलकर कुलबर्गी पंसारे गौरी लंकेश की कड़ी
जो बोलैगा मारया जागा करली भीड़ की फ़ौज खड़ी
हम बोलैं तो आतंकी वो मारैं तो घालैं माला पुचकार कै।।
आवाज गूंजेगी दबै कोण्या तूँ बैठै एक दिन हारकै।।
4
फासी वाद और किसा होसै सोच समझ कै कट्ठे होल्यो
फासी वाद और किसा होसै सोच समझ कै कट्ठे होल्यो
फासीवाद के खूनी धब्बे सारे रल मिलकै नै धोल्यो
रणबीर देख लियो दो हजार उन्नीस मैं विचार कै।।
आवाज गूंजैगी दबै कोण्या तूँ बैठै एक दिन हारकै।।