Tuesday, 25 April 2017

नक्सलवाद

नक्सलवाद कितै पाकिस्तान ये जवान म्हारे झोंक दिए 
अडानी अम्बानी की खात्तर ये किसान म्हारे ठोक दिए 
1
शासक तंत्र का खेल दखे नहीं म्हारी समझ मैं आया रै
देश भक्ति के  नाम पै जवान fफ्रंट उप्पर लड़वाया रै
खेत मैं किसान दोफारे के मां यो पस्सीने पोंछता पाया रै
सरहद की रुखाली कराई खेत मैं हाँगा लगवाया रै
हक मांगे जिब जिब जनता नै चढ़ा सूली की नोक दिए।
2
 दोनूंआं की देश सेवा तैं देखो अम्बानी का पेट फुलवाया 
हमनै आवाज उठाई तो दोनूं फ्रण्टों पै हमें धमकाया 
या किसी देशभक्ति जिसनै आज गरीब संकट बढ़ाया
सोचो जवानों और किसानों तमनै किसका राज बचाया
जिब हम बोलैं तो कहते ये कौन देशद्रोही भोंक दिए।
3
बेरा ना कितने किसान म्हारे ज्यान अनसमझी  मैं खोगे
म्हारे देश के भक्त बेरा ना आज कित तान कै सोगे 
हक मांगैं वे देशद्रोही देश लूटैं वे देश प्रेमी होगे
जात पात पै बांट दिए कमेरे ये बीज बिघ्न के बोगे 
म्हारे संघर्षों के सारे रास्ते बांट बांट कै देखो रोक दिए।
4
देश द्रोह करणीये वे सैं जो हक छीन रहे किसानों के
देश द्रोही भक्त बणे हांडै आज हिमाती लुटेरे शैतानों के
म्हारे देश प्रेमी किसान क्यों आज शिकार अपमानों के
मुट्ठी भर शैतान क्यों बणे शासक देश मैं इंसानों के 
कहै रणबीर छंद बनाकै ये समझा सही श्लोक दिए ।।