सपना*
*के बूझैगी कमला घणा कसूता सपना आया।।*
*सपने के मां देख्या पूरा संसार बदल्या पाया।।*
*1*
*एक संसार मैं सोया था उठया दूजे संसार मैं*
*पाया पेरिस कोण्या उतना रोमांटिक प्यार मैं*
*न्यूयार्क पै भी दीखै आज काला बदल छाया।।*
*सपने के मां देख्या पूरा संसार बदल्या पाया।।*
*2*
*किला चीनी दीवार का चौड़े मैं दीखै ढहग्या*
*मक्का भी देखल्यो जमा खाली हाथ रैहग्या*
*इटली जर्मनी देखो कोरोना नै कहर ढाया।।*
*सपने के मां देख्या पूरा संसार बदल्या पाया।।*
*3*
*बेरा लाग्या पिस्से तैं ऑक्सीजन नहीं थ्यावै*
*ताकत धरी रैहज्या कोण्या कोये पार बसावै*
*प्रकृति नै इंसान तैं आज गंभीर पाठ पढ़ाया।।*
*सपने के मां देख्या पूरा संसार बदल्या पाया।।*
*4*
*हवा धरती आसमान आज न्यों कहते देखो*
*सुण तेरे बिना हमतै देख सुखतैं रहते देखो*
*रणबीर हाल सपने का न्यों का न्यों बताया।।*
*सपने के मां देख्या पूरा संसार बदल्या पाया।।*
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