Friday, 17 February 2023

बहु की सासु से संवाद

 बहु की सासु से संवाद

आई आज तुम्हारे पास , थारे तैं बहोत घणी आस

मनै मुक्ति दिलादे जरूर सासु री।।

1

बिगड़ी मैं सगा भाई बी आंख बदलज्या,डरता कोये बला गल मैं ना घलज्या

देवर की नजर ठीक नहीं , लगती सही उंकी नीत नहीं 

चोरी जारी ना हमको मंजूर सासु री।।

2

लेल्यो इम्तिहान रण से ना भाजूं, मरज्यां पर कदे प्रण ना त्यागूं

मांगूं इज्जत मेरी बचाले, छोटे बेटे नै तूं ईब समझाले

ना तो वो कर बैठैगा कसूर सासु री।।

3

आपस की तकरार जा ना ल्हकोई,अवैध रिश्ता बना चाही इज्जत खोई

कोई रास्ता नहीं दे दिखाई , इज्जत माट्टी मिलानी चाही

होरया था शराब नशे मैं चूर सासु री।।

4

थोड़ी कही नै थाम ज्यादा समझियो,मतना उसकी बातां मैं उलझियो

करियो  बात राह पै आ ज्यावै, नहीं तो कदे पाछै पछतावै

रणबीर तोड़ूं उसका गरूर सासु री।।

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