खूनी कीड़े नई सदी के
नई सदी के ये खूनी कीड़े फेर गुलाम बनाया चाहवैं।
संकट फैला के चारों कान्हीं म्हारी मोर नचाया चाहवैं।।
1. पानी खाद बिजली पै सब्सिडी खत्म हुई सारी क्यों
धरती लाल स्याही मैं चढ़ी दरवाजे खड़ी बीमारी क्यों
ब्याह शादी मुश्किल होगे बढ़ी ईब बेराजगारी क्यों
पेट्रोल डीजल महंगे करे ना ढंग की मोटर लारी क्यों
बढ़ा कै बेरोजगारी नै ये म्हारी ध्याड़ी घटाया चाहवैं।।
संकट फैला के चारों कान्हीं म्हारी मोर नचाया चाहवैं।।
2. गिहूं अर चावल देश मैं ये चिड़िया घर मैं टोहे पावैंगे
दूध शीत बिना ये बालक म्हारे भैंसा कान्ही लखावैंगे
फसल के मालिक बिदेशी होज्यां दूर बैठ हुकम चलावैंगे
हम के बोवां अर के खावां देशी बदेशी साहूकार बतावैंगे
दारू सुलफा स्मैक पिलाकै हमनै कूण मैं लाया चाहवैं।।
संकट फैला के चारों कान्हीं म्हारी मोर नचाया चाहवैं।।
3. दारू बुरी बीमारी जगत के मां जानै दुनिया सारी भाई
फेर क्यों या काढ़ी जावै सै नुकसान करती भारी भाई
माफिया पाल ये दारू के करैं फेर फरमान जारी भाई
म्हारे बालक फंसावैं जाल मैं म्हारी अकल मारी भाई
लाशां के उपर दारू बेचैं अपणा मुनाफा बढ़ाया चाहवैं।।
संकट फैला के चारों कान्हीं म्हारी मोर नचाया चाहवैं।।
4. अमरीका जापान मैं सब्सिडी हम देते सभी किसानां नै
इम्पोर्ट ड्यूटी भारया उनकी पिटवाते म्हारे धानां नै
उड़े कुत्ते बिल्ली मौज करैं मुश्किल आड़ै इन्सानां नै
कमेरे जमा चूस कै बगाये देशी बिदेशी धनवानां नै
कहै रणबीर सिंह मुनाफा खोर ये लगाम लगाया चाहवैं।।
संकट फैला के चारों कान्हीं म्हारी मोर नचाया चाहवैं।।
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