बाजार की आवाज
पुकार म्हारे बाजार की इपै कान आज तूँ धरले।।लेकै साहरा मक्कारी का दौलत तैं घर भरले।।
1
रिश्वत लेकै छवि बनाले करै सारा जगत बड़ाई
लालच मिशन होज्यावै पाप की फेर फ्लै कमाई
चोरीजारी जुआ जामनी भ्रष्टाचार की टोहकै राही
पीछै मुड़कै नहीं लखाना चाहे हो कितनी तबाही
आछ भूंड कर मनचाही छिपकै कै खुली करले।।
लेकै साहरा मक्कारी का दौलत तैं घर भरले।।
2
जीवन बिगड़ै ऐस बिना बिना तृष्णा के दुख पावै
बिना दारू ऐस होवै ना बिन औरत ना दारू भावै
नशा करण तैं श्यान बढ़ै दिल भोगों पर ललचावै
भोग फेर और भोग नित नया भोग माणस चाहवै
कार बदेशी बढ़िया कोठी सबके दिल नै हरले।।
लेकै साहरा मक्कारी का दौलत तैं घर भरले।।
3
पीसा दिखा रूतबा बढाले वाह वाही सबकी लूटै
कमीशन खोरी के दमपै ठेका तेरे नाम पै छूटै
नेता अफसर पुलिस की तिग्गी बाजार बीच चूटै
कई ढाल की शराब तै बनी कॉकटेल रोज घूंटै
मजबूत तेरा खूंटा इनै हिला हिला जनता मरले।।
लेकै साहरा मक्कारी का दौलत तैं घर भरले।।
4
झूठ साख सम्मान बढ़ावै तेरी बदमाश तैं यारी
दगाबाजी खूब सीखली थानेदार की थानेदारी
जी हजूराँ की लार लगी यो रूतबा तेरा बाजारी
चुगल खोरी तनै भावै सुनावनिया तनै देवै उडारी
बदेशी ऐस हो न्यारी जब अमरीका मैं फिरले।।
लेकै साहरा मक्कारी का दौलत तैं घर भरले।।
5
नशा हिंसा पोर्न फैला मिनिस्टर बन अनीति तैं
दगा कपट का छोंक लगा आगै बढ़ले कुरीति तै
खुदगर्जी बेईमानी बाकी काम करले भभूति तै
झूठी तोहमद लगाकै सबक सिखादे समिति तै
रणबीर लिखैगा साच्ची दिखा कितना ए डरले।।
लेकै साहरा मक्कारी का दौलत तैं घर भरले।।
2008
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