सोने का दिया रांग बना यो मोटा चाला होग्या।।
खांड बना दी पतासे की गुड़ का राला होग्या ।।1
आज पीतल के ऊपर सोने का घोल चढ़ावैं सैं
गल घोट कै साच का इब झूठ का ढोल बजावैं सैं
ये ठग चोर शरीफ बनकै रापट रोल मचावैं सैं
कहै अमृत जहर नै इसका आज मोल बढ़ावैं सैं
चारों कूट बदमाशी देखो मरण का ढाला होग्या।।
2
सच्चाई छोड़ कै क्यूं इब झूठ तैं नाता जोड़ लिया
मेहनत करने आळ्यां का क्यों खून निचोड़ लिया
थामनै देश बेच दिया कमीशन कई करोड़ लिया
पीसा आज भगवान होग्या घर म्हारा तोड़ दिया
औरत एक चीज बनादी यो ढंग कुढ़ाला होग्या।।
3
तम आज जात धर्म नै सींचो बाग बगीचे सूक गए
मुनाफाखोरी के कारण ये बदल म्हारे सलूक गए
ईब तो साच जानल्यां कौण म्हारे देश नै लूट गए
अफरा तफरी घणी मचाई गरीब मार ये हुक गए
हम पै जाल गेर दिया बैरी म्हारा रुखाला होग्या।।
4
इस दिन खातर के भगत सिंह नै फांसी परणाई थी
इस दिन खातर के महात्मा गांधी नै गोली खाई थी
इस दिन खातर के रानी झांसी नै या लड़ी लड़ाई थी
इस दिन खातर के सुभाष बोस नै फौज बनाई थी
रणबीर किसी आजादी सै यो ज्यान का गाला होग्या।।
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