फागण
यो बख्त फागण का आग्या,जोश मेरे गात मैं छाग्या,
मनै यो जान्ता जाड़ा भाग्या,
देखूं तेरी बाट पिया।।
1.
सांझै लुगाई कट्ठी होज्यां सैं,
म्हां बीच कै ताने देज्यां सैं
तेरे बिन कोए फाग नहीं,
आच्छा लागै कोए राग नहीं
मेरे बरगा कोए निरभाग नहीं,
सबकी ओटूं डाट पिया।।
2.
तेरी फौज मेरी ज्यान का गाला,
अफसर तेरा सै घणा कुढाला
मैं भेज द्यूंगी तार फौजी,
ना करिये जमा वार फौजी
भली मिली तनै नार फौजी,
नहीं किसे तैं घाट पिया।।
3.
दुलहन्डी दोनों मिलकै खेलांगे,
दुख दरद हम सब झेलांगे
घणा बुरा जमाना आरया सै,
माणस नै माणस खारया सै
चमन मैं धुमां छारया सै,
इसनै आकै छांट पिया।।
4.
सास बहू हम मिलकै रहवां,
हाथ जोड़ बस इतना कहवां
करिए थोड़ा सा ख्याल तूं,
हो ल्याइये लाल गुलाल तूं
ले लिए म्हारी सम्भाल तूं,
करै रणबीर ठाठ पिया।
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