Monday, 6 February 2023

हरियाणा नै खो दिया वो जो आर्थिक जगत

 हरियाणा नै खो दिया वो जो आर्थिक जगत मैं कमा राख्या ।।

सामाजिक स्तर पर रूढिवाद वो आज भी क्यों ब्याह राख्या।।
1
पुराने परम्परावादी बीज छोड़ नये बीज अपनाये
हल छोड़ बुलधां आला थाम ट्रैक्टर तावले से ल्याये
गोबर खाद सदियां की छोड़ कैमिकल खाद बिखराये
छोड़ घाघरा सलवार पहरी खंडवे एक औड़ धरवाये
ब्याह शादी के मामले मैं रूढ़ का रुख क्यों अपना राख्या।।
सामाजिक स्तर पर रूढिवाद वो आज भी क्यों ब्याह राख्या।।
2
महिला नै हरेक काम मैं तेरा पूरा साथ निभाया देख
माट्टी गेल्या हो माट्टी तेरा घर इसनै खूब बसाया देख
खेलों मैं नहीं रही पाछै ये स्वर्ण पदक भी दिवाया देख
पेट मैं मर मार कै तनै बता कौणसा पुन कमाया देख
गैंग रेप की संख्या नै सम्मान यो धरती ऊपर टिका राख्या।।
सामाजिक स्तर पर रूढिवाद वो आज भी क्यों ब्याह राख्या।।
3
अंध उपभोक्तावाद  की या बाजार व्यवस्था हिम्मत करै
लड़के लड़की के अंदर पितृसत्ता खुल कै नै दुभान्त करै
पितृसत्ता की संस्कृति की पूरी यरफदरी खाप पंचायत करै
हाथ जोड़ के अर्ज मेरी समझो जै कोये समझाँने की बात करै
समतावादी समाज बनावां इसका बीड़ा आज ठा राख्या।।
सामाजिक स्तर पर रूढिवाद वो आज भी क्यों ब्याह राख्या।।
4
वंचित तबके और महिला साथ नौजवान भी आवैंगे
उत्तम शिक्षा सबको काम यो नारा चौगिरदें गुंजावेंगे
अत्याचार भ्रष्टाचार तैं लड़कै नया इतिहास बणावैंगे
जात पात और धर्मान्धता नै मिलजुल कै नै मिटावैंगे
सोच समझकै नए  हरियाणे का रणबीर यो राह बता राख्या ।।
सामाजिक स्तर पर रूढिवाद वो आज भी क्यों ब्याह राख्या।।

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