रोहतक शहर का इतिहास बहुत घना पुराना बताया।।
ठारा सौ चौबीस में अंग्रेजों ने हेडक्वार्टर था बनाया।।1
ठारा सौ सड़सठ के मैं वाल्ड सिटी की आकार बताई
म्युनिसिपेलिटी रोहतक शहर की इस साल मैं बनाई
ग्यारा गेट थे रोहतक के दिल्ली गेट मेन गेट चमकाया।।
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दो हिस्से थे रोहतक के एक नै रोहतक प्रॉपर कहते थे
दूसरा हिस्सा बाबरा का था घणे लोग उसमैं रहते थे
पन्दरा हजार सात सौ जनसंख्या का अंदाज लगाया ।।
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आठ हजार हिंदू बताते सात हजार मुस्लिम रहया करते
पांच सौ जैन भाई बासठ सिख दुख सुख सहया करते
बीस तीस ईसाई का भी हिस्सा रोहटक मैं जताया।।
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उन बख्तों मैं रोहतक दो ढाल की पगड़ी
बनावै था
प्लेन अर कशीदाकारी पगड़ी दूर-दूर जाण्या जावै था
सहज सहज आगै बढ़ग्या रणबीर नै कलम चलाया।।
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