दो हजार पन्दरा के मैं रफाल सौदा करया बतावैं।।
एक सौ छब्बीस बदले छत्तीस दुगने दाम दिए छिपावैं ।।
1
दो हजार सौलां मैं नोटबन्दी तैं घर घर मैं लूट मचाई
बैंकरपसी ऐंड इंसोलवैंसी एक्ट तैं बैंकां की लूट कराई
दो हजार सतरां मैं जीएसटी तैं छोटे व्यापारी कै सांस चढ़ावैं।।
2
विदेशी पूंजी खातर दरवाजे हरेक क्षेत्र के खोल दिये
पूरी अर्थव्यवस्था के सांचे कर जमा डामा डोल दिये
पड़ौसी देशां तैं सम्बन्ध बिगाड़े झूठे साचे दोष लगावैं।।
3
फेर अमरीका के हथियार खरीदे यो देश खजाना लुटवाया
साम्राज्यवादियों और उनके दलाल पूंजीपतियों को बढ़ाया
पूरे देश मैं साम्प्रदायिक हिंसा जनता नै बाँटन नै फैलावैं।।
4
कृषि क्षेत्र और असंगठित क्षेत्र इनकी झलां तैं बचरे थे
इनके साहरै गरीब जनता के किसे तरां दिन कटरे थे
तीन कृषि कानून ल्याकै काबू करने की नीत दिखावैं।।
5
देश के किसानों नै संघर्ष का यो बिगुल बजाया फेर
हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई भाई भाई का नारा लाया फेर
किसान देश के लूट मुक्ति का रणबीर सही राह सुझावैं।।
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