Monday, 6 February 2023

एक काउन्सिलिंग में कई साल पहले पाया।।*

 SOME OF THE FRIENDS REQUESTED TO WRITE IN HINDI BECAUSE THEY DONOT UNDERSTAND HARYANVI/ MEDICAL PROFESSION KO DHYAN MEIN RAKH KAR


*एक काउन्सिलिंग में कई साल पहले पाया।।*
*एम बी बी एस छोड़ के बी डी एस को चाहया।।*
समझ ना सका लड़की ने क्यों किया ऐसा
*बाद में पूछा तो माली हालत कारण बताया।।*
बहुत से मैरिट वाले बच्चे छोड़ते देखे हैं
*टैस्ट पास पर नाम एम बी बी एस से कटाया।।*
कोटा आजकल ट्रेनिंग के लिए मशहूर है
*मगर वहां का खर्चा बहुतों को रास ना आया।।*
कई ऐसे भी बताए विदेशों में लोन लेते
*वोम्ब बेचकर अपना वो लोन जाता लौटाया।।*
मेहनत करके दिन रात बने जो डाक्टर
*भूल रहे अपना अतीत मरीज से पैसा कमाया।।*
शायद यही दस्तुर हमारे समाज का यारो
*आगे बढे जिस मेहनत के दम उसे ही भुलाया।।*
काबिल डाक्टर बना मरीजों पे सीख करके
*फिर उसी काबलियत को बाजार में भुनवाया।।*
क्या करुं बच्चे को बिना कैपिटेशन दाखिला नहीं
*रस्ता तो है पर बच्चों को वह रस्ता न सिखाया।।*
काश उनको भी अपना रास्ता सिखा पाते यारो
*मैंने कोशिष से ही पहला रास्ता ही पढ़ाया।।*
इतना मंहगा इलाज सपने में नहीं सोचा था
*मुफत इलाज के नाम गया क्वालिटी को गिराया।।*
एम्पैनलमैंट के रास्ते प्राईवेट को लाये हैं
*सरकारी संस्थाओं को बैक सीट पर बैठाया।।*
बिना नीति और नियत के हम चल दिये हैं
*मुफत इलाज का दे नारा नब्बे को है बहकाया।।*
बीमा योजना करी लरगू सब फेल हो रही हैं
*गरीब साथ खेल हुआ कम्पनी धन कमाया।।*
जनता को भी थ्री डी का गल्त रास्ता दिखा रहे
*डीजीज डाक्टर और ड्रग नुस्खा गल्त थमाया।।*
साफ पानी और हवा पौष्टिक खाना मिले तो
*अस्सी प्रतिषत बीमारी होगी ही नहीं बताया।।*
संसाधनों का टोटा नहीं नियत साफ नहीं है
*संसाधनों में भारत सबसे अमीर है गिनवाया।।*
सिस्टम का मसला है नहीं समझ पाई जनता
*नब्बे दस का खेल सारा हमसे गया छिपाया।।*
नब्बे को बांट दिया जात गोत मजहब पर
*नब्बे कैसे आयें एक मंच सवाल ये उठाया।।*

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