Monday, 13 February 2023

अमरीका और धनी देश ये दुनिया मैं मौज करैं देखो

 अमरीका और धनी देश ये दुनिया मैं मौज करैं देखो

भारत बरगे गरीब देश ये क्यों भूखे आज मरैं देखो
1
पाउडर लिपस्टिक पै ये छह अरब डॉलर फूंकैं सैं
यूरोप मैं नौ अरब डॉलर की कुल्फी खाणी ना चूकें सैं
बारां अरब का इतर खरचैं उड़ै छिदे ए माणस उकैं सैं
सतरां अरब खावैं कुत्ते आड़ै भूखे बालक सूकैं सैं
लूट लूट कै म्हारी कमाई ये अपणे घर भरैं देखो
2
मनोरंजन पै अरब पैंतीस डॉलर खर्च जापान मैं
सिगरेट पै पचास अरब डॉलर यूरोप खरचै श्यान मैं
एक सौ पांच अरब डॉलर दारू खर्चा यूरोप महान मैं
दवा नशीली चार सौ अरब की पीते पूरे ही जहान मैं
हमनै भी ढ़बबै गेरैं सैं ये म्हारै बात नहीं जरैं देखो।।
3
इनकी नकल करणिया की भारत मैं कोये औड़ नहीं
धनी देश ये डांडी मारते उनका पाया कोये तोड़ नहीं
ये डब्ल्यू टी ओ तैं दाबैं हमनै बच्या कोये भी ठोड़ नहीं
हथियार बनावैं दवा नशीली फैशन मैं कोये जोड़ नहीं
विकास की सही राही कोण्या विनाश रही डिंग धरैं देखो।।
म्हारे देश मैं दलाल इनके बड्डे साहूकार बताये सैं
इनकी गेल्याँ मिलकै इननै म्हारे खेत क्यार पिटवाये सैं
अपनी मौज बधावण नै म्हारे रोजगार घटवाये सैं
किसानों पै फांसी लावण नै युद्ध का हथियार ल्याये सैं
लिखता रणबीर सिंह साची बैठे महलां मैं डरैं देखो।।
(कई साल पहले की रचना है। आंकड़ों में कुछ बदलाव हो सकता है)

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