इंगवायनल हरनिया
हरनिया की या मेरी बीमारी इसका पूरा हाल सुनाऊँ मैं।।मेरी गेल्याँ के के क्युकर बीती आज सारी खोल बताऊँ मैं।।
1
नला मेरा सूज ज्यावै जिब काम हांगे का करणा होज्या
मुश्किल तैं चाल सकूं सम्भल सम्भल पां धरणा होज्या
कई बै उप्पर नै चढ़ै कोण्या दुख मैं मनै मरणा होज्या
काम होवै ना ताने लागैं घूंट सबर का भरणा होज्या
पड़या खाट मैं सोचें जां मुश्किल तैं उप्पर नै चढ़ाऊँ मैं।।
2
रोहतक मैडीकल चाल्या जा खरखोदे आले न्यों बोले रै
मैडीकल हत्थे का जिब नाम सुण्या मेरे पां जमा डोले रै
पीस्यां का इंतजाम राखिए मेरे कान कईयाँ नै खोले रै
सलाह मशवरे दिए जो वे मनै अपने हिसाब तैं तोले रै
चार बार तो पड़या जावणा पांचवैं जाकै दाखिल हो जाऊं मैं।।
3
परेशन की तैयारी शुरू होगी वार्ड मैं सब ताण कै सोगे
ज्यों ज्यों हुया सबेरा भाई मेरे होंश हवश सब खोगे
निर्णाबासी मरूं भूखा ये ड़ाक्टर बिघन कसूते बोगे
टेबल पै लिटा न्यों बोले ये एस टी सैगमेंट मूंधे होगे
मेरे परेशन की तै टाल होगी पड़या छात कैड़ लखाऊँ मैं।।
4
हटकै ईसीजी करवाई मेरी सबकिमैं ठीक बताया रै
आगले परेशन आले दिन मैं टेबल पै फेर लिटाया रै
करौंठ दिवाकै कड़ साफ करी टीका कड़ मैं लगाया रै
पाहयाँ मैं कीड़ी सी चाली मेरा सब लत्ता तरवाया रै
बड्डा डॉक्टर कहवै छोटे नै ल्या तेरा हाथ साफ कराऊँ मैं।।
5
परेशन होग्या वार्ड मैं आग्या पेशाब का जोर होग्या
सारी बिध लाकै देखी मनै पर दर्द मेरै घनघोर होग्या
डॉक्टर नै एक टीका लगाया पेट पाटण नै और होग्या
सहज सहज पेशाब उतरया कम पेट का शोर होग्या
रणबीर दो दिन पाछै छुट्टी देदी डॉक्टरां के गुण गाऊँ मैं।।
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