Friday, 30 March 2018

वैज्ञानिक नजर के करै

वैज्ञानिक नजर के करै
वैज्ञानिक दृष्टि अपणाणे तै माणस कै फरक के पड़ज्या।
दैवी शक्ति तैं ले छुटकारा वो खुद प्रयत्नवादी बणज्या।।
आत्म विश्वास बढ़ै उसमैं अन्ध विश्वासी फेर रहै नहीं
समस्या की तैह मैं जावैगा वो सत्यानाशी फेर रहै नहीं
तुरत फुरत कुछ कहै नहीं साच्ची बात पै जमा अड़ज्या।।
तर्क संगत विचार की आदत माणस के म्हां आज्या फेर
हवा मैं हार पैदा करके साईं बाबा क्यूकर भकाज्या फेर
माणस सही रास्ता पाज्या फेर नहीं तो दिमाग जमा सड़ज्या।।
बेरा लागै जीवन मृत्यु का एक जनम समझ मैं आवै
आगले पाछले जनम के पचड़यां तै वो मुक्ति पावै
साथ नहीं कुछ बी जावै म्हारे मिनटां भीतर सांस लिकड़ज्या।।
माणस इस जीवन यात्रा मैं क्यूकर सुन्दर और बणावै
आपा मारे पार पड़ै जीवन मैं या बात समझ मैं आवै
रणबीर साथ गीत बणावै कदे थोड़ा सुर बिगड़ज्या।।

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