Wednesday, 25 January 2017

कै दिन राज चलैगा रै।

वोट लिए बहकाकै
वोट लिए हम बहकाकै  ईब बिजली के रेट बढ़ाकै
म्हारे तांहिं आँख दिखाकै कै दिन राज चलैगा रै।
बिजली कितने घण्टे आवै किसान इसपै विचार करै
कम बिजली की तूँ क्यूँ म्हारे सिर पै तलवार धरै
बिलां के उप्पर धमकाकै बिल धिंगतानै भरवाकै
राज पाट की दिखाकै  कै दिन राज चलैगा रै।
बिजली की चोरी थारे चमचे रोज हमनै करते देखे
करखनेदारां के एस डी ओ पाणी हमनै भरते देखे
जितनी बिजली होवै पैदा इसतैं किसनै कितना फैदा
बिना कोये कानून कैदा कै दिन राज चलैगा रै।
मुफ़्त बिजली पाणी देऊं एक बै न्यों कैह बहकाये
भरपूर बिजली लगातार मिलै वोट थे तणै गिरवाये
कर्मचारी साथ मिलाकै  बैठ गया कुर्सी पै जाकै
रोज ये झूठी सूँह खाकै एकै दिन राज चलैगा रै।
निजीकरण ना होवण दयूं इनकी घोषणा तणै करी
लारे लप्पे घणे दिए थे जनता नै पीपी तेरी भरी थी
विश्व बैंक तनै धमकावै  तूँ म्हारे पै छोह मैं आज्यावै
रणबीर सिंह छंद बणावै कै दिन राज चलैगा रै।

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