Saturday, 12 May 2018

फांसी खाने से नहीं बात बनै


फांसी खा खा कै ना बात बनै लड़ने का माहौल बनावां रै।।
मजबूत किसान सभा बना कै राज कै सांस चढ़ावां रै।।
1
धर्म किसानी जात किसानी किसानां का साँझा मंच बनै रै
धुर की लड़ाई लड़नी होगी राज की गेल्याँ खूब तनै रै
लालच मैं आकै जो एकता तोडैं उनज कान्ही ना कति लखावां रै।।
मजबूत किसान सभा बना कै राज कै सांस चढ़ावां रै।।
2
मंजिल खातर मिल बैठ कै मांग पत्र हम त्यार करांगे
नहीं मान्या राज पाट तो हम मिलकै सारे जेल भरांगे
आत्म हत्या का यो छोड़ रास्ता संघर्ष का बिगुल बजावां रै।।
मजबूत किसान सभा बना कै राज कै सांस चढ़ावां रै।।
3
इसमें शक नहीं सै कोए यो म्हारा आष्टा संघर्ष बताया 
दुश्मन नै बचन की खातर संस्कृति का किला बनाया 
म्हारे बेटे फ़ौजी जितने उनने सारी बात समझावां रै।।
मजबूत किसान सभा बना कै राज कै सांस चढ़ावां रै।।
4
लेकै मजदूर नै गेल्याँ अपनी जन क्रांति की करां त्यारी
इसे सिस्टम का खरना बदलां जीनै ज्यान काढ़ ली म्हारी 
आज की लड़ाई लड़ां मिलकै राज नै जरूर झुकावां रै।।
मजबूत किसान सभा बना कै राज कै सांस चढ़ावां रै।।
5
म्हारी कमाई की लूट खसोट खत्म करवाकै मानांगे रै
आत्म हत्या नहीं करां निशाना अडाणी हर पै तानांगे रै
कहै रणबीर लेल्यां सम्भाला लड़कै ही तो बच पावां रै ||
मजबूत किसान सभा बना कै राज कै सांस चढ़ावां रै।।

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