इसी किताब
म्हारे हाथों मैं मात मेरी या इसी किताब दे दे री।।
उलझे औड़ सवालां का जो सीधा जवाब दे दे री।
1
इसी मिशाल दुनिया मैं कदे किसे नै पाई हो
राम के घर मैं आग कदे खुद खुदा नै लाई हो
रामराज का नाम लेकै क्यों राज करै अन्याई हो
धर्म के नाम पै बस्ती क्यों गुजरात मैं जलाई हो
आजाद भगत सिंह सा जो इंकलाब दे दे री।।
2
बोले क्यों बेकूफ़ी करो तमनै के दीखता कोण्या
अंग्रेज के राज मैं सूरज कदे भी छिपता कोण्या
देख्या हमनै साच्चा माणस कदे बिकता कोण्या
नेक कमाई सही राही तैं कदे बी डिगता कोण्या
म्हारी कमाई कित जावै सारा हिसाब दे दे री।।
3
अच्छाई पै बुराई आज अपना रोब जमावै क्यों
सल्फास गोली मजबूरी मैं यो माणस खावै क्यों
महिला भी सुरक्षित कोण्या दोष इसे कै लावै क्यों
नौजवान बेरोजगार घूमता सारे देश मैं पावै क्यों
बढ़िया दुनिया बणावण का जो ख्वाब दे दे री।।
4
माणस क्युकर सुखी रहवै रास्ता सही दिखादे नै
झूठ साच का भेद खोल कै सबनै आज बतादे नै
धर्म नाम पै क्यों मारामारी भेद खोल समझादे नै
दुनिया सुख तैं बसज्या कुछ नई बात सिखादे नै
रणबीर कहै ऊतां कै समाज नकाब का दे दे री।।
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