अन्धविश्वासों का घेरा
भगवान मंदिर मैं बैठया खुद दीवा नहीं जला पावै।।
म्हारी जिंदगी का कैसे बालै मनै कोये आकै समझावै।।
1
पत्थर के शेर की पूजा दुर्गा की सवारी मान कै करते
जिन्दा शेर दीखज्या तै ज्याण बचाण नै भागे फिरते
पत्थर तैं इतना लगाव जीव हमनै क्यों नहीं भावै।।
म्हारी जिंदगी का कैसे बालै मनै कोये आकै समझावै।।
2
पत्थर का कुत्ता पूज्या जा शनिदेव की सवारी माणकै
जिन्दा नै कहते भागज्या उसकै डंडा मारते ताण कै
पत्थर पूजा छारी सारे कै या बात समझ नहीं आवै।।
म्हारी जिंदगी का कैसे बालै मनै कोये आकै समझावै।।
3
गणेश तैं दूध प्या दिया हजारों टन बताया जासै
मंदिर मैं करोड़ों का चढ़ावा हर साल चढ़ाया जासै
मंदिर बाहर बालक भूखा दो रोटियां पाया चाहवै।।
म्हारी जिंदगी का कैसे बालै मनै कोये आकै समझावै।।
4
धार्मिक ग्रंथ कितने पुराने कोये तो मनै बतादयो
ग्रन्थ पुराने एक इंसान आकै कोये तो समझादयो
लिपि इंसान नै बनायी रणबीर नहीं झूठ भकावै।।
म्हारी जिंदगी का कैसे बालै मनै कोये आकै समझावै।।
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