आज देश के युवकों और युवतियों के सामने बड़े संकट का समय है । क्या बताया भला ---
साम्राज्यवाद के निशाने पै , युवा लड़के और लड़की
बेरोजगारी हिंसा और नशा , घण्टी खतरे की खड़की
साम्राज्यवाद के निशाने पै , युवा लड़के और लड़की
बेरोजगारी हिंसा और नशा , घण्टी खतरे की खड़की
सही बातां तैं ध्यान हटाकै, नशे का मन्त्र पकड़ाया
लड़की फिरती मारी मारी , समाज यो पूरा भरमाया
ब्यूटी कम्पीटीशन कराकै, देई लवा देश की दुड़की।
लड़की फिरती मारी मारी , समाज यो पूरा भरमाया
ब्यूटी कम्पीटीशन कराकै, देई लवा देश की दुड़की।
निराशा और दिशा हीनता, देवैं चारोँ तरफ दिखाई
बात बात पै हर घरके म्हां, या माचरी खूब लड़ाई
सल्फाश की गोली खाकै, बन्द करैं जीवन की खिड़की।
बात बात पै हर घरके म्हां, या माचरी खूब लड़ाई
सल्फाश की गोली खाकै, बन्द करैं जीवन की खिड़की।
युवा लड़की की ज्यान पै, शाका घणा कसूता छाया
रोज हिंसा का शिकार बनै, ना सांस सुख का आया
जात पात इसी फैलाई देखो , जणु जड़ ये फ़ैली बड़की ।
रोज हिंसा का शिकार बनै, ना सांस सुख का आया
जात पात इसी फैलाई देखो , जणु जड़ ये फ़ैली बड़की ।
एक तरफ सै चकाचौंध, यो दूजी तरफ सै अँधेरा
सारे कट्ठे होकै ल्यावांगे, सबकी खातर नया सबेरा
रणबीर सिंह प्रण करो , आज बाजी लाकै धड़की।
सारे कट्ठे होकै ल्यावांगे, सबकी खातर नया सबेरा
रणबीर सिंह प्रण करो , आज बाजी लाकै धड़की।
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