Monday, 27 April 2015

बदेशी का बीज पर कब्जा

बदेशी का बीज पर कब्जा 
अपणा बीज क्यूकर बनावां सोचो मिलकै सारे रै।।
कारपोरेट नै करया कब्जा धरती पै दे कै मारे रै ।।
देशी बीज पुराणे म्हारे हटकै ढूंढ कै ल्याणे होवैंगे
कसम खावां मोनसेंटो के बीज कदे नहीं बोवैंगे 
सब्जी मैं कारपोरेट छाया इब दूजे बीजां पै छारे रै।।
हर साल नया बीज ल्यो इसा कम्पनी का प्रचार रै
बीज की कीमत बढ़ाकै लूटैं किसान घना लाचार रै
कीटनाशक अनतोले बरते चोए के पाणी खारे रै।।
खेती म्हारी जहर बनादी लागत इसकी बढ़ती जा
बदेशी कम्पनी रोजाना या म्हारे सिर पै चढ़ती जा
खेती बाड़ी खून चूसरी आज कर्जे नै पैर पसारे रै।।
भाइयो गाम म्हारा रै यो बीज भी हो म्हारे गाम का
बदेशी की लूट घटैगी यो मान बढ़ैगा सारे गाम का
रणबीर बीज अपणा हो बचै फेर नफे करतारे रै।।
27.4.2015

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