Wednesday, 14 June 2017

मेहनतकश इनसान पिटैं

   ( मेहनतकश इनसान पिटैं )
                                                              ------ रामधारी खटकड़

आज म्हारे आजाद देश म्हं मेहनतकश इनसान पिटैं
कम्पनियां के चलैं इशारे , न्यूं मजदूर - किसान  पिटैं......(टेक)

विदेशी कम्पनी गुड़गामे म्हं ,  पूरा  दमन  चलाया  था
भारी फोर्स पुलिस की ले खुद डी. सी. आगै आया था
डांगर की ज्यूं माणस पीट्टै , बिल्कुल ना  शरमाया  था
धार  खून  की  बहती  देखी ,  पाट काळजा आया था
शासकवर्ग  करै  दलाली ,  जनता  के  अरमान   पिटैं...
कम्पनियां के चलैं इशारे , न्यूं मजदूर - किसान  पिटैं....

उदारीकरण का लाकै नारा  , गोरयां नै बुलवाएं जा
लाल  किले  पै  झण्डे  नीचै  झूठे सुपन दिखाएं जा
बेकारी  और  बदहाली  अड़ै  अपणै पैर फैलाएं जा
लाठीचार्ज , आंसूगैस  और  गोली  रोज चलाएं  जा
मूर्खमण्डल मौज करै आड़ै , सरेआम गुणवान पिटैं...
कम्पनियां के चलैं इशारे , न्यूं मजदूर - किसान पिटैं...

किते - किते गोदाम सड़ैं ,  किते भूखे बच्चे रोते हैं
टूक मिलै ना पेट भराई , सुबक-सुबक कै सोते  हैं
मांस रया ना उनके तन पै , अस्थि - पंजर ठोते  हैं
कर्मां का फल बतलावणिये बीज बिघ्न का बोते हैं
ढाबयां के म्हां बर्तन मलती नन्हीं - नन्हीं जान पिटैं....
कम्पनियां के चलैं इशारे , न्यूं मजदूर- किसान पिटैं....
          ×                      ×                    ×

सही आजादी ल्यावण खातर भगतसिंह कित पावैगा
हंसकै  फांसी  चूमण  खातर ,  हटकै   ठाणा  ठावैगा
ना  कोय  चारा  चाल्लै , म्हारा धीरज कौण बंधावैगा
सबको  न्याय दिवाणे  आळा , इंकलाब  कद आवैगा
रामधारी इब जाग नींद तै , संगठन बिन तेरे गान पिटैं...
कम्पनियां के चलैं इशारे , न्यूं  मजदूर - किसान  पिटैं...

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