Saturday, 15 March 2014

भाजपा

भाजपा हुई सै हड़खाई भाई मोदी मोदी पुकारै रै॥
मोदी अमरीका का टोडी किसान नहीं बिचारै रै॥
अटल बिहारी माफी मांगकै जेल तैं बाहर आये थे
गोडसे आर एस एस का जिनै गांधी मार गिराए थे
मंदिर मस्जिद के झगडे अपने हथियार सँवारै रै॥
देशी की बात करै बदेशियाँ तैं हमेश हाथ मिलाये रै
बदेशी लूट के खोले दरवाजे हाम समझ ना पाये रै
दंगे करवा हिन्दू मुस्लिम के घने मानस या मारै रै॥
इतिहास गवाह सै इसका देश का या नाश करैगी
डंडे गेल्यां हाँकैगी सबनै अम्बानी का पाणी भरैगी
भाजपा नै रोको किसानो फासीवाद खड्या द्वारै रै॥
आज कही याद राखियो याद कमजोर म्हारी देखो
भजपा आगी तो मुशीबत होज्या सबनै भारी देखो
सोच समझ कै वोट गेरियों भाजपा जरूरी हारै रै॥

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