Tuesday, 21 May 2013

जन चेतना हवाला कांड

जन चेतना हवाला कांड
हो हो देश मैं चाला हो गया
खुद खेती नै खावनिया रखवाला हो गया
हवाला कांड हुआ भारत मैं शोर माचरया भारी सै
नेताओं और अधिकारीयों की पोल खोल दी सारी सै
वामपंथियों नै छोड़ कै इसमैं हर एक पार्टी आरी सै
पांच साल पहले का मशला थारे सामने ल्याऊं मैं
चन्द्र शेखर नर सिम्हा  सरकार का हाल सुनाऊँ मैं
दबा लिया यूं कांड हवाला या गद्दारी दर्शाऊँ  मैं
हो हो फेर संभाला हो गया
जाँच कराओ मशले की एक पाला हो गया ॥
मार्क्सवादी कमयुनिष्ट पार्टी नै दौर चलाया संसद मैं
एक बार नहीं बार बार यूं शोर मचाया संसद मैं
पर नहीं सुनी नर सिम्हाँ नै इसा जोर दिखाया संसद मैं
जितने इसमें शामिल नेता मौन धारण करें रहे
६ ५ करोड़ की रिश्वत को तिजोरियों में भरे रहे
बेशक जाओ देश खड़े मैं धन कै पाछै पड़े रहे
हो हो इब उछाला हो गया
दो पत्रकारों की याचिका पै उजियाला हो गया ॥
किस मतलब तैं रिश्वत ली गयी यूं भी हाल सुनाऊँ सारा
बिजली कोयला स्टील रेलवे उद्योग चलै भारत मैं म्हारा
विदेशी कंपनी लूट  मचाओ रिश्वत खोरों नै किया इशारा
दूसरी तरफ गया देख्या  सारा देश भाड़ मैं गेरया
देश तोड़ बाजार हवाला उगार्वादियों तैं धन देरया
सब प्रजा भयभीत बणादी मानस भी दिया मार भतेरा
हो रोज का ढाला हो गया
यही नहीं यूं तो सारा देश घोटाला हो गया ॥
उदारीकरण और निजीकरण का दौर चलाया भारत मैं
सार्वजनिक सेवाएं और उद्योग बिकवाया भारत मैं
जन कल्याण बजट सरकारी घाट बनाया भारत मैं
कदे  शेयर घोटाला चिन्नी घोटाला टेली फोन घोटाला पाया सै
सार्वजानिक उद्योगों की बिक्री मैं पिसा खाया सै
कहै हरिचंद इन चोरों नै म्हारा खाली देश बनाया सै
हो देश दिवाला हो गया
विदेशी कर्ज मैं म्हारा मुंह कला हो गया ॥


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