चारों तरफ जहरीली हवा चल रही यारो
इसकी ना कहीं भी दावा मिल रही यारो
जहरीली हवा के हैं जो असली जिम्मेवार
वही इसे साफ करने के बने ठेकेदार
दिन पर दिन ये हवाएं तो तेज हो रही हैं
हमारी समाज की मासूम जाने खो रही हैं
पेड़ लगाओ दूसरी तरफ काटते जाओ
नशा मुक्ति केंद्र खोलो ठेके भी खुलाओ
कैसा अजीबो गरीब विकास है हमारा देखो
दारू व्यापारी मौज में बार छह ठारा देखो
अंगरेजी शराब के ठेके रोजाना खुलते
शहरी गामोली दारू पी पी कर मरते
पैसा चाहिए चाहे कुछ भी करना पड़े
मालिक की ऐश मजदूर हैं भूखे खड़े
इसकी ना कहीं भी दावा मिल रही यारो
जहरीली हवा के हैं जो असली जिम्मेवार
वही इसे साफ करने के बने ठेकेदार
दिन पर दिन ये हवाएं तो तेज हो रही हैं
हमारी समाज की मासूम जाने खो रही हैं
पेड़ लगाओ दूसरी तरफ काटते जाओ
नशा मुक्ति केंद्र खोलो ठेके भी खुलाओ
कैसा अजीबो गरीब विकास है हमारा देखो
दारू व्यापारी मौज में बार छह ठारा देखो
अंगरेजी शराब के ठेके रोजाना खुलते
शहरी गामोली दारू पी पी कर मरते
पैसा चाहिए चाहे कुछ भी करना पड़े
मालिक की ऐश मजदूर हैं भूखे खड़े
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