हमने जो विकास का रास्ता चुना है
क्या??
वह विनास का रास्ता तो नहीं कहीं ?
क्यों सोचने को मजबूर हूँ मैं पता नहीं
आप भी सोचते हैं हैं कि नहीं मग़र ये
यकिन है मुझे कि एक दिन आपको
जाम और हुस्न के ख्यालों से बाहर
आकर हम सबको मिलकर सोचना तो
होगा !!!
तो फिर देर क्यों??
क्या??
वह विनास का रास्ता तो नहीं कहीं ?
क्यों सोचने को मजबूर हूँ मैं पता नहीं
आप भी सोचते हैं हैं कि नहीं मग़र ये
यकिन है मुझे कि एक दिन आपको
जाम और हुस्न के ख्यालों से बाहर
आकर हम सबको मिलकर सोचना तो
होगा !!!
तो फिर देर क्यों??
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