मुझे पढाया बताया मेहनत और ईमानदारी
ऊंचे मानवीय गुण हैं हम कहलाते संस्कारी
ठीक उल्टा देख रहा हूँ आज के अपने समाज में
बेईमानी और घोटाले छाये बड़े नए अंदाज में
पांच एकड़ जमीन बिकी रुपये तीन करोड़ मिले
दो भाई दो बहन के रिश्ते बाँट पे बुरी तरह हिले
भाईयों ने दी दोनों बहनों की पांच लाख की सुपारी
भून डाली गोलियों से भूल गए सब दुनियादारी
छोटे ने बड़े को अपने रास्ते से चाहा हटवाना फिर
सोते हुए का काट कर ये फैंक दिया नहर में सिर
तीन करोड़ का मालिक बना खिलाके पैसे बच गया
ईमानदारी का और मेहनत का नया इतिहास रच गया
अपराधीकरण और भ्रष्टाचार हमारे समाज में छाये
इमानदार चुप बैठे देखो इनके सामने सिर छुकाए
ऍम अल ए भी फिर लोगों ने बना ही दिया उसको
किसे दोष दें यहाँ पर रणबीर नहीं पता चला मुझको
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