देवर -- भाभी
भाभी
थारा लीडर देख लिया ना पाया एक आन्ने का।।
देवर
खोल बतादे मनै सारी के मतलब तेरे तान्ने का।।
1
भाभी
एक हाथ मुनाफा खोर दूजे हाथ किसान का नाम लिया
दुविधा मैं दोनों ए जावैं क्यों इसा कसाई काम किया
नाक तले का दीखै कोण्या घूम क्यों चारों धाम लिया
म्हारा नेता सुध लेवण आवै या बाट देखता गाम जिया
गोली चलवाई मसूमां पै ठयोडै़ जी गया भान्ने का।।
2
देवर
कड़ाही मैं तेल चढाकै क्यों जींवते नै तलै भाभी
मारै बोल घणे कटीले या मेरी काया जलै भाभी
बैरी की बोली बोलै तेरी शात नहीं टलै भाभी
मनै कोण्या बेरा लाग्या तों नागण काली पलै भाभी
माखी भिनकैं दुनिया थूकै मिटै नाम तेरे पान्ने का।।
3
भाभी
चोरी जारी ठगी करकै कोण्या जिंदगी पार तिरै
ताश खेल कै दारू पीकै शाम सबेरी तकरार करै
बालक रूलगे किल्ले बिकगे बण्या तों ठेकेदार फिरै
गोली खां कई फांसी खां न्यों सारा म्हारा संसार मरै
लूट लिया धन म्हारा यो हिम्माती धनी घरान्ने का।।
4
देवर
नेता नै कहया म्हारे तैं कर तों उसपै ध्यान लिए
सुण भोले से किसान दो बात मेरी मान लिए
बोलना ले सीख और दुश्मन को पहचान लिए
न्यों बोल्या किसानां नै सुख घणा भगवान दिए
गामोली माणस नेता म्हारा यो इंसान सही रकान्ने का।।
5
भाभी
गलत चढ़ा चश्मा उसनै सच्चाई तैं मुंह मोड़ लिया
गलत सही नहीं पिछाणै छोटूराम का संग तोड़ दिया
हमनै गाजर मूली समझै बुराई तैं संग जोड़ लिया
म्हारी इज्जत महफूज नहीं स्याही नै रंग छोड़ दिया
हाल सुनाऊं देवर तनै मैं रणबीर असल जमान्ने का।।
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