माहौल चारों कान्हीं का देवै सै तनावपूर्ण दिखाई।।
अविश्वास हिंसा अपराध नै आज चौपड़ सार बिछाई ।।
1
यो नशे पते का व्यापार देखो पकड़ घणी तूल रहया
बेरोजगारी अर म्हंगाई का फंदा जनता पै झूल रहया
अविश्वास का आडंबर फूल रहया फिजूलखर्ची भी छाई।।
2
सोशल मीडिया पै भी अंधविश्वास खूब फैलाया जा
चमत्कार बताकै पढ़या लिख्या यो आज भकाया जा
मंदिर मस्जिद मैं खँदाया जा चर्च भी इनकै संग आई।।
3
संघर्ष का रास्ता छुड़वाकै पूजा पाठ का राह दिखाया
धार्मिक आस्था म्हारी थारी इनका सहारा लेकै भकाया
हर दो मील पै मंदिर खुलाया असली संकट जावै छिपाई।।
4
सरपंच दुखी कर राखे किसानी संकट भी घणा बढ़ाया
सरकारी ढांचा बेचकै नै प्राईवेट ताहिं आज यो थमाया
हरेक तबका सडकां पै आया रणबीर नै कलम
घिसाई।।
No comments:
Post a Comment