जिस दिन भाईयो यो जात का चश्मा टूटैगा।।
उस दिन पैंडा म्हारा जुल्मी शोषण तैं छूटैगा।।
1
हमनै बाँटन नै बैरी नै हथियार बनाई या
गेहूं के खेत मैं पैदा खरपतवार बताई या
दीवार जै नहीं ढाई या सिर म्हारा फूटैगा।।
उस दिन पैंडा म्हारा जुल्मी शोषण तैं छूटैगा।।
2
म्हारे देश के सब माणस जात्यां मैं बाँट दिए
नयों म्हारी एकता के लुटेरयाँ नै पर काट दिए
समझन तै नाट दिए तो यो लुटेरा हमनै चूटैगा ||
उस दिन पैंडा म्हारा जुल्मी शोषण तैं छूटैगा
3
लुटेरयाँ की जात मुनाफा आंख खोल देख्या ना
लुटेरे एकै बोली बोलें हमने बोल कै देख्या ना
नाप तोल कै देख्या ना मुनाफा खोर न्यूं लूटैगा ||
उस दिन पैंडा म्हारा जुल्मी शोषण तैं छूटैगा।।
4
रणबीर बरोने आला याहे बिनती आज करै सै
नए ज़माने मैं क्यों इसकी कुली आज भरै सै
इस्ते काम ना आज सरै सै इसतैं दूना गल घूंटैगा ||
उस दिन पैंडा म्हारा जुल्मी शोषण तैं छूटैगा।।
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