Monday, 12 September 2016

Woman

औरत
बीर  के जी नै भाण मेरी मोटा फांसा होग्या हे ।
मुँह मैं घालण नै होरे सैं इसा भुण्डा रासा होग्या हे ।
दिन की धौली दें मार लुगाई इसा बुरा जमाना आया
माया त्यागी की दर्द कहानी नै आज भूचाल मचाया
कुणसे कुणसे काण्ड गिनाऊँ दुर्योधन भी शरमाया
नपूते स्टोवां नै भी म्हारे कान्ही अपना मुँह बाया
म्हारे देश मैं आज बीर  का तोले तैं माशा होग्या हे ।
इस देश मैं छोरी के पैदा होण पै सारै छा मुरदाई जावै
छोरे के  जाम्मन पै बहणा मेरी थाली खूब बजाई जावै
जिसकै होज्यां लागती छोरी वा निरभाग बताई जावै
छोरा ना होवण ऊपर आज बी दूजी शादी रचाई जावै
दोनूवां नै बतावैं बरोबर छोरा क्यों कुल आशा होग्या हे ।
मनू नै भी भाण मेरी यो इसा घनघोर अत्याचार किया
अनाचारी दुराचारी मूढ़ पति बीर का क्यों स्वीकार किया
साहमी बोलण आली बीर गेल्याँ कुल्टा सा व्यवहार किया
बीर का कोए हक़ ना होता लिख मनू स्मृति तैयार किया
मनू नै भी डांडी मारी यो आज तोड़ खुलासा होग्या हे ।
छोरी ताहिं गुलाम रहन की आज बी सीख सिखाई जा
छोरे ताहिं राज करण की खोल सारी तदबीर बताई जा
छोरी नै गम ख़ाना चाहिए या धुर तैं सीख  सुनाई  जा
छोरे नै निख्डू  दूध मिलता रोटी पै भी धरी मलाई जा
रणबीर सिंह राम राज आया यूं अजब तमासा होग्या हे ।
जुलाई , 1989

No comments: