Monday, 18 August 2014

साम्राज्यवाद के निशाने पै, युवा लड़के और लड़की।

वार्ता : बबली और चमेली एक दिन आपस में बातें कर रही हैं कि कैसे कालेज जाते समय वे युवाओं के गैंगों की शिकार होती हैं। रोहतक और उसके आसपास के जिलों का युवा दर्शन और भूप के गैंगों से सीधे  या वाया भटिण्डा किसी किसी रूप में जुड़ गया है। लड़कियां भी इन गैंगों की सम्पतियों के रूप में देखी जाने लगी हैं। हिंसा के साथ सैक्स की पतनशील संस्कृति ने भी हाथ मिला लिया है। इन दोनों का साथ दारू, सुल्फा स्मैक पूरी तरह से निभा रही है। चमेली ने कहीं पढ़ा कि इन तीनों चीजों के सहारे अमरीका पूरी दुनियाभर पर राज करना चाहता है और चमेली बबीता को क्या बताती है भला :
साम्राज्यवाद के निशाने पै, युवा लड़के और लड़की।
बेरोजगारी हिंसा और नशा, घण्टी खतरे की खड़की।।
1.            इन बातां तै ध्यान हटाकै, नशे का मन्तर पकड़ाया
               लड़की फिरती मारी-मारी समाज यो पूरा भरमाया
               ब्यूटी कम्पीटीशन कराकै, देर्इ लवा देश की दुड़की।।
2.            निराशा और दिशाहीनता देवैं चारों तरफ दिखार्इ
               बात-बात पै हर घर के माह, माचरी खूब लड़ार्इ
               सल्फाश की गोली खाकैं, करैं जीवन की बन्द खिड़की।।
3.            युवा लड़की की ज्यान पै शांका, घणा कसूता छाया
               रोज हिंसा का शिकार बणैं, ना सांस मोह सुख का आया
               वेश्यावृत्ति इसी फैलार्इ, जणू जड़ ये फैली बड़की।।
4.            एक तरफ सै चक्का चौंध , यो दूजी तरफ अंधेरा
               दिन पै दिन बढ़ता है संकट, ना दिखै कोए सबेरा
               रणबीर सिंह विरोध , करो तुम बाजी लाकै धड़की।।






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